जिला हमीरपुर में एनएसयूआई ने फेक डिग्री प्रकरण पर प्रदेश सरकार और यूनिवर्सिटी के विरोध में प्रदर्शन। हाल ही में 5 लाख़ के क़रीब फर्जी डिग्रियों की ख़रीद फरोख्त का मामला सामने आया है और इस प्रकरण में प्रदेश के दो नामी निजी यूनिवर्सिटिज का नाम सामने आया है जिनको फर्जी डिग्री दी जा रहीं हैं। वे नौकरी लेकर उन बच्चों के भविष्य को खराब कर रहे हैं जो दिन-रात मेहनत कर पढ़ाई करते हैं।
जिला अध्यक्ष टोनी ठाकुर ने कहा कि फर्जी डिग्रियों का मामला पहले भी एनएसयूआई ने उठाया था और शिक्षा मंत्री के पास इसकी शिकायत भी की गई थी ,लेकिन सरकार ने इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि इसमें शिक्षा मंत्री की भी मिलीभगत है। तत्कालीन भाजपा सरकार में बड़े स्तर पर शिक्षा का निजीकरण किया गया था। उसका ही खामियाजा आज आम छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। चंद रुपयों के चक्कर में आम छात्रों का भविष्य अधर में लटका है। उन्होंने अपील की है कि जल्द से जल्द आरोपियों पर कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई इसका हर स्तर पर विरोध करेगी और यदि सरकार इन संस्थानों की मान्यता रद्द नहीं करेगी तो प्रदेश स्तर पर इसके विरुद्ध आंदोलन छेड़ेगी।