नूरपुर में 9 अप्रैल को हुए सड़क हादसे के शिकार बच्चों के परिजनों ने न्याय की मांग करते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। नूरपुर बस हादसे की जांच दोबारा से करवाई जाएगी। इसके अलावा बस की जांच के लिए भी अशोका लेलैंड कंपनी के विशेषज्ञ बुलाए जाएंगे।
परिजनों का कहना है कि वह प्रशासन की प्रारम्भिक जांच से नाखूश है और स्कूल प्रशासन का कहना है कि वह एक मानवीय भूल थी। घटनास्थल पर डंगा लगाने और गिरने की बात जो सामने आई है उसकी जांच के लिए भी प्रशासन से रिपोर्ट तलब की गई है।
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लेकिन, परिजनों ने आरोप लगाया है कि हादसा लापरवाही और तकनीकी खराबी के चलते हुआ हुआ था। साथ ही परिजनों का कहना है कि यह हादसा स्कूल प्रशासन के साथ-साथ लोकनिर्माण विभाग की भी लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। क्योंकि, हादसे वाली जगह पर के तीन महीने पहले मिट्टी ढहने की घटना हुई थी।
वहीं हाईकोर्ट ने भी मामले पर संज्ञान लेते हुए प्रशासन को दोबारा जांच करने के आदेश भी दिए है। और एसपी और डीएसपी ने ठेहड़ गांव पहुंच कर परिजनों को भी आश्वासन भी दिया है।