जिला मुख्यालय के केलागं में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित पोषण माह का शुभारंभ किया इस अवसर पर मुख्य अतिथि उपायुक्त लाहौल एंड स्पीति राहुल कुमार ने सर्वप्रथम पोषण महा का आगाज केंद्रीय विद्यालय के केलागं के विद्यार्थियों द्वारा साइकिल रैली व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली गई पोषण रैली मुख्य अतिथि द्वारा हरी झंडी दिखाकर आरंभ किया गया। मुख्य अतिथि ने राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत पोषण माह के शुभारंभ पर कृषि विभाग और आंगनबाड़ी केन्द्रों द्वारा मोटे अनाज और इससे बने खाद्य पदार्थों के स्टॉल का अवलोकन किया।
इस शिविर में नारा लेखन चित्रकार भाषण व नाटक प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें केंद्रीय विद्यालय केलागं व राजकीय वरिष्ठ पाठशाला के केलागं के छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस शिविर में महिला एवं बाल विकास के लाभार्थियों की गोद भराई की रस्म भी की गई। उपयुक्त राहुल कुमार ने पोषण वाटिका का निरीक्षण भी किया जिसमें डब्लयू सी डी लाहौल एंड स्पीति द्वारा प्रदर्शित किया गया की कैसे पोषण वाटिका महिला और बच्चों में पोषण अंतर को कम करने में मदद कर सकती है।
उन्होंने कहा कार्यालय को जिले में पोषण वाटिकाओं का व्यापक स्तर पर क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए उपयुक्त राहुल कुमार ने कहा हिमाचल प्रदेश में नवजात बच्चों को जन्म देने के लिए गर्भधारण की महिला कुपोषण के जोखिम बना रहता है। इसके अलावा हमारे ऐसे हजारों बच्चे हैं जो जन्म के समय कम वजन के होते हैं। गंभीर रूप से कुपोषित और मध्यम रूप से कुपोषित बच्चे है। उन्होंने कहा कि यह खुलासा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जुटाए गए आंकड़ों के आधार पर है।
उन्होंने कहा मुख्यमंत्री बाल सुपोषण आयोजन के तहत इन बच्चों को विटामिन डी और आयरन ड्रॉप्स उपलब्ध कराई जाती है। जिससे इन बच्चों को कुपोषण से निजात दिलाई जा सके। इसके लिए आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवा ली जाती है। उन्होंने कहा जन्म के समय कम वजन वाले बच्चों के लिए प्रतिमाह अंतिम शनिवार को बाल स्वास्थ्य क्लिनिक का भी आयोजन किया जाता है। मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना के तहत गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं में कुपोषण को दूर करने के लिए प्रसव से पहले और प्रसव के बाद 3 वर्ष तक पौष्टिक हर उपलब्ध कराया जाता है।
उन्होंने कहा आर्थिक रूप से सशक्त बनने के लिए स्वयं सहायता समूह के माध्यम से वस्तुओं की खरीद के लिए के विकल्प प्रदान किया जाए। बच्चों को बाल्य काल में होने वाली बीमारियों और कुपोषण की समस्या के समाधान के लिए प्रदेश में डायरिया नियंत्रण निमोनिया नियंत्रण एनीमिया मुक्त हिमाचल जैसे विशेष अभियान चलाया जा रहे हैं इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी खुशविंदर सिंह जिला प्रोग्राम और अधिकारी राजकुमार और स्वास्थ्य आयुर्वेदिक विभाग डॉक्टर सुशीला मैं भी कुपोषण अभियान पर अपने विचार रखें।
उन्होंने कहा कुपोषण से बचने के लिए हमे घर में बना हुआ खाने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए तथा बाहर से जंक फूड को कम से कम प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा हमारे खाने में पौष्टिक तत्व होने चाहिए । इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी खुशविंदर सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। इस अवसर पर ब्लॉक डेवलपमेंट अधिकारी जिला प्रोग्राम अधिकारी राजकुमार डॉ सुशीला कृषि अधिकारी गगन प्रदीप तथा जिला पंचायत अधिकारी अन्य सभी विभागों के विभाग अध्यक्ष सहित मौजूद थ