ट्रैफिक नियमों को समझाते हुए कई अधिकारियों को आपने सुना होगा, लेकिन तब क्या हो जब कोई ट्रैफिक नियमों की खुद ही धज्जियां उड़ाने लगे। धर्मशाला के कोतवाली बाजार के पास कुछ ऐसा ही देखने को मिला जहां पर जिले के अधिकारियों की गाड़ियां मुख्य सड़क पर खड़ी थीं और सड़क पर लंबा जाम लगा रहा और लोग जाम से जूझते रहे।
अब सवाल उठता है कि क्या नियम कायदे आम लोगों के लिए ही होते हैं, बाबुओं के लिए नहीं। बताया जा रहा है कि धर्मशाला के कोतवाली बाजार के पास इन्वेस्टर मीट के लिए जिले के आला अधिकारी होटल का निरीक्षण के लिए पहुंचे थे ।
इस दौरान बाबुओं की गाड़ियां सड़कों पर ही खड़ी थी । वहां पुलिस वाले भी मौजूद थे लेकिन, बाबुओं की गाड़ी पर सवाल खड़े करना उनकी सेहत के लिए ठीक नहीं होता । अगर इन की जगह किसी आम आदमी की गाड़ी खड़ी होती तो पुलिस वाले चालान करने में एक पल की देरी नहीं करते।