देश में नई शिक्षा नीति लागू होने जा रही है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा विभाग ने भी कुछ बदलाव करने की सोची है। तकनीकी शिक्षा विभाग प्रदेश की आईटीआई में चल रहे ऐसे पुराने कोर्स जिनका अब कोई औचित्य नहीं रह गया को बंद करने का विचार कर रहा है।
इसको लेकर तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा ने भी संकेत दे दिए हैं। सुंदरनगर में तकनीकी शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों से बैठक के बाद मारकंडा ने कहा कि आज ऐसी तकनीकी शिक्षा की जरूरत है जिससे लोगों को रोजगार के साथ साथ स्वरोजगार भी मिल सके और युवा कोर्स करने के बाध अपने घर द्वार पर ही स्वरोजगार कमा सकें।
उन्होंने कहा कि आज आईटीआई में ऐसे कोर्स चल रहे हैं जिनका कोई औचित्य नहीं रह गया है। इसलिए इन कोर्सों की जगह नए कोर्स शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आईटीआई को उद्योगों के साथ जोड़ा जाएगा और सभी आईटीआई में हर साल रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा। जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके।