सरकार द्बारा क्रेशरों के नियमों में बदलाव के क्रेशर युनियन ने सभी क्रेशर बंद किए हुए हैं और रेत लीज होल्डरों ने भी क्रेशर युनियन को समर्थन कर रेत का कारोबार बंद किया हुआ है। टाहलीवाल से वाया अमराली सुबह और रात को सैंकड़ों ट्रेक्टर सवां नदी से निकालकर पंजाब बार्डर पर पंहुचाए जा रहे हैं।
वहां से रात के अंधेरे में जेसीबी मशीनों से टिप्पर लोड करके चोगुने दामों मे पंजाब का खनन माफिया खरीदकर शहरों मे रेत बेचकर चांदी कूट रहा है। एक तरफ सरकार के नियमों के खिलाफ हड़ताल तो दूसरी तरफ अवैध रूप से सवां नदी से रेत निकालकर पंजाब ले जाने का गौरखधंधा भी जोरों पर चल रहा है। प्रशासन द्बारा चौंको पर लगाए गए कैमरे आखिर किस पर नजर रख रहे है।
जबकि अवैध रूप से रेत इन्हीं चौंको द्बारा पंजाब पंहुच रही है। ट्रैक्टर ट्रालियों द्बारा रेत डंप करके पंजाब भेजा जा रहा है। टाहलीवाल बाथडी और पालकवाह पोलियां मार्ग पर प्रतिबंध होने के चलते अब माफिया टाहलीवाल अमराली गोंदपुर और सिंगा मार्ग से रेत पंजाब पंहुचा रहा है और संबधित विभाग कुंभकर्ण की नींद सो रहा है। जिला खनिज अधिकारी का कहना है कि मामला ध्यान में आ गया है। जांच के निर्देश दिए जा रहे हैं। अवैध रूप से पंजाब को रेत ले जाने वालों पर नियमानुसार कारवाई अम्ल में लाई जाएगी। ए