लोक निर्माण विभाग में कार्यरत मल्टी टास्क वर्कर्ज प्रदेश भर से अपनी मांगों को लेकर आज शिमला में जुटे। बजट सत्र के दूसरे दिन मल्टी टास्क वर्कर ने चौड़ा मैदान में अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद की।
मल्टी टास्क वर्कर्ज का कहना है कि वे पूरे 8 घंटे सेवाएं दे रहे हैं, जिसके बदले सरकार 150 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मात्र 4500 रुपए मासिक दे रही है, जोकि बहुत कम है। इस कारण परिवार का पालन-पोषण करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार उन्हें दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी बनाए। उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र के दौरान धर्मशाला में मुख्यमंत्री के समझ अपनी बात रखी थी आज फिर वह अपनी मांग को लेकर यहां आए हैं। सरकार को उनकी पीड़ा समझ कर उनके बारे में सोचना चाहिए।