हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए ऊना में एक अस्थाई आशियाना खुल गया है। उपायुक्त ऊना राकेश कुमार प्रजापति ने वन स्टॉप सेंटर स्कीम के अंतर्गत अस्थाई आशियाने (शैल्टर होम) का शुभारंभ किया। उन्होंने शैल्टर होम का मुआयना भी किया और यहां प्रदान की जा रही विभिन्न सुविधाओं की विस्तार से जानकारी हासिल की। इस दौरान उन्होंने शैल्टर होम में काम करने वाले स्टाफ से भी बातचीत की।
इस योजना के अंतर्गत अब हिंसा की शिकार किसी भी महिला को एक ही छत्त के नीचे एकीकृत रूप से सहायता प्रदान की जाएगी। यहां पीडि़त महिला अधिकतम 5 दिन तक ठहर सकती है। स्कीम के तहत पीडि़त महिला को रहने के लिए जगह प्रदान की जाएगी तथा साथ ही मेडिकल व कानूनी परामर्श भी प्रदान किया जाता है।
वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से सहायता प्राप्त करने के लिए महिला स्वयं आ सकती है या फिर किसी स्वयं सहायता समूह, सामाजिक कार्यकर्ता, एनजीओ, महिला हेल्पलाइन, पुलिस या फिर किसी रिश्तेदार द्वारा पीडि़त को वन स्टॉप सेंटर में भेजा जा सकता है। अस्थाई शैल्टर होम में पहुंचने के बाद उसे हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। कोई भी पीडि़त महिला शैल्टर होम के लैंडलाइन फोन नंबर 01975-228499, 01975-225850 पर संपर्क कर सकती है।
क्या है वन स्टॉप सेंटर स्कीम
वन स्टॉप सेंटर स्कीम केंद्र सरकार की महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित एक विस्तृत योजना है। इस योजना के अंतर्गत समाज, घर या किसी अन्य जगह पर हिंसा की शिकार हुई महिलाओं व उनके साथ हो रहे शोषण को रोकने और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए शुरू की गई है।
क्या कहते हैं उपायुक्त
इस अवसर पर उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि प्रताडऩा की शिकार हुई महिलाओं को वन स्टॉप सेंटर में एक ही स्थान पर तत्काल आपातकालीन एवं गैर आपातकालीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। आवश्यकता के अनुसार पीडि़त महिला एवं बालिका को चिकित्सा, विधिक एवं मनोवैज्ञानिक परामर्श इत्यादि प्रदान किया जाएगा।