पर्यटन सीजन-2019 शुरू होने से पूर्व आवश्यक तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन ने डीसी यूनुस की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में पर्यटन सीजन के दौरान यातायात को सुचारू और सुव्यवस्थित करने का मुद्दा छाया रहा और जिला प्रशासन का भी इस मुद्दे को हल करने पर मुख्य फोक्स रहा। एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने इस बार रोहतांग के दोनों ओर के यातायात को एक-तरफा करने का सुझाव दिया है जिस पर सभी हितधारकों को सहमति बनी है।
बैठक में मनाली से रोहतांग के पार लाहौल-स्पिति की ओर जाने वाले निजी वाहनों के लिए प्रातः सात बजे से पूर्व का समय निर्धारित किया गया है। हालांकि निजी वाहन दोपहर तक भी जा सकेंगे लेकिन उन्हें जाम लगने की असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। सैलानियों को रोहतांग की ओर ले-जाने वाली टैक्सियों को केवल दोपहर 12 बजे तक मनाली से जाने की अनुमति होगी और रोहतांग से वाहनों को वापिस मनाली की ओर बाद दोपहर 2 बजे के बाद छोड़ा जाएगा। इस प्रकार यह व्यवस्था एक-तरफा होगी और पर्यटन सीजन जब पीक पर हो, उस समय लागू रहेगी।
(आगे खबर के लिए विज्ञापन के नीचे स्कॉल करें)
उपायुक्त यातायात नियमों अथवा परमिट से जुड़े मानदण्डों की उल्लंघना करने पर सख्त दिखे। उन्होंने कहा कि रोहतांग पर लाहौल-स्पिति के लिए वाहन की अनुमति लेकर रोहतांग से वापिस लाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वाहन को जब्त कर लिया जाएगा और परमिट भी रद्द किया जा सकता है। इसी प्रकार, निजी वाहनों में सैलानियों को लाने-ले-जाने के विरूद्ध भी सख्ती से निपटा जाएगा। हालांकि परमिट ऑन-लाईन जारी किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि पर्यटन सीजन के दौरान प्रतिदिन रोहतांग की ओर 1300 वाहनों को जाने की अनुमति प्रदान की जाती है। भारी बर्फबारी के बाद सड़क की हालत खराब होने तथा यातायात के इतने दबाव के चलते लगभग हर रोज लंबा जाम लगना स्वाभाविक है। इससे देश-विदेश से आए सैलानियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ता है। हर साल जिला प्रशासन के लिए चुनौतिपूर्ण इस समस्या से निपटने के लिए नए-नए तौर-तरीके सुझाए जाते हैं, लेकिन कोई पुख्ता हल नहीं निकल पाता है।