देश में चल रहे कृषि विकास कानून के खिलाफ किसानों के आंदोलन के बीच हिमाचल प्रदेश में भाजपा किसान मोर्चा किसानों को इसके फायदों को लेकर जागरूक करने का काम कर रहा है। किसान मोर्चा ने गांव-गांव जाकर किसानों को 3 लाख पत्रक बांट कर कृषि कानून की जानकारी पहुंचाने का काम कर रहा है। कुछ राष्ट्र विरोधी विपक्षी दल जो किसानों के हित नहीं चाहते हैंं। वह किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं जबकि कृषि कानून किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने के मकसद से लाया गया है और आजादी के बाद पहली बार किसी सरकार ने किसानों का सोचा है।
भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष राकेश शर्मा बबली ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि किसान मोर्चा प्रदेश में कृषि कानून को लेकर जन संपर्क अभियान शुरू करेगा और 3 लाख पत्रक बांट कर कृषि कानूनों की सही जानकारी पहुंचायेगा। इसके अलावा 3 लाख किसान परिवार के हस्ताक्षर करवा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राज्यपाल के माध्यम से कृषि कानून लाने के लिए धन्यवाद के रूप में भेजेगा। कृषि कानून को लेकर देश भर से किसानों ने एमएसपी और मंडियों को बंद न करने की मांग की थी जिसमें केंद्र सरकार ने लिखित रूप में सहमति जताई है। प्रधानमंत्री मोदी सरकार ने किसानों को 6-6 हजार आर्थिक मदद भी दी जा रही जो सीधे किसानों के खाते में आ रही है।