हिमाचल

विधानसभा में मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने किया वाकआउट

Himachal Assembly Walkout: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को नियम 67 के तहत लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया। भाजपा विधायक मुख्यमंत्री के जवाब के दौरान नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए। मुख्यमंत्री ने शराब घोटाले और पत्र बम जैसे मुद्दों पर तीखा जवाब दिया, जिससे सदन में हंगामा शुरू हो गया।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि पत्र बम को लेकर की गई जांच में पता चला कि यह भरमौर से अपलोड हुआ था। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक के समर्थकों ने इसे फैलाया और बाद में माफी मांग ली। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा के समय में भी इस तरह के पत्र आते थे और उनकी सरकार ने इन पर कार्रवाई की।

मुख्यमंत्री ने शराब घोटाले पर भी विपक्ष को घेरा और कहा कि उनकी सरकार ने प्रदेश की संपदा को लूटने से बचाने के लिए कदम उठाए। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे बेबुनियाद आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। विपक्ष ने मुख्यमंत्री के इन बयानों पर विरोध जताया और नारेबाजी करते हुए सदन छोड़ दिया।

स्पीकर ने विपक्ष से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि सभी ने उनकी बातें धैर्यपूर्वक सुनी हैं। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि अब “पक्का चिट्ठा” सामने आएगा, जिससे कई और खुलासे होंगे।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि नियम 67 के तहत भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा मांगी थी।  जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष के सभी विधायकों ने गंभीर आरोप सरकार पर लगाए थे। मुख्य रूप से एक्साइज पॉलिसी को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप थे। लेकिन मुख्यमंत्री ने अपने जवाब में उनके आरोपों का जवाब नहीं दिया और मुख्यमंत्री दाएं बाएं की बात कर रहे थे। जयराम ठाकुर ने कहा कि लगभग 40 मिनट से ज्यादा समय तक विपक्ष ने मुख्यमंत्री का जवाब सुना । उन्होंने कहा कि सदन में विपक्ष के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं मिला ।ऐसे में विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया। वहीं पत्र बम के सवाल पर जयराम ठाकुर ने कहा कि विधायक के दफ्तर से किसी व्यक्ति ने पत्र की तस्वीर वायरल कर दी इसको लेकर विधायक को दोषी नहीं ठहराया जा सकता1 उन्होंने कहा कि पत्र में क्या कंटेंट था उसके आधार पर जांच होनी चाहिए. इसके अलावा जयराम ठाकुर ने एडीबी प्रोजेक्ट्स में सरकार पर अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के भी आरोप लगाए हैं. इसके अलावा जयराम ठाकुर ने कहा कि उनकी सरकार के वक्त शिव धाम प्रोजेक्ट और धर्मशाला कन्वेंशल सेंटर के दो प्रोजेक्ट के लिए धनराशि आवंटित की गई लेकिन अभी तक इसका काम शुरू नहीं हुआ है।

Akhilesh Mahajan

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