हिमाचल पथ परिवहन निगम के हजारों पेंशनरों ने नियमित पेंशन न मिलने समेत 13 मांगों को लेकर प्रदेश सरकार और प्रबंधन के खिलाफ जोरदार हल्ला बोला। पूरे प्रदेश से हजारों पेंशनरों ने इस रैली में भाग लिया। पेंशनरों ने सरकार और प्रबंधन को चेतावनी दी कि यदि अब भी उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह आगामी उपचुनावों और आम चुनावों में सत्तादल के समकक्ष समानांतर रोष सभाएं करेंगे, आश्रितों को साथ लेकर प्रदेश सचिवालय का घेराव किया जाएगा और परिवहन निदेशक के चैंबर के बाहर धरना दिया जाएगा।
एचआरटीसी के प्रथम पेंशनर्स केडी. अवस्थी की अध्यक्षता में हुई इस आक्रोश रैली और प्रदर्शन में सभी जिलों से आए पदाधिकारियों और पेंशनरों ने भाग लिया। पड्डल मैदान से अपना रोष प्रदर्शन शुरू करते हुए इन पेंशनरों ने हाथों में अपनी मांगों और सरकार के खिलाफ लिखित नारों की तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए पूरे शहर में चक्कर लगाते हुए उपायुक्त कार्यालय पहुंच कर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक ज्ञापन भेजा। इसके बाद सेरी मंच पर रैली की।
पेंशनरों की प्रमुख मांगों में पेंशन का भुगतान हर महीने की पहली तारीख का करना, जुलाई 2015 से अब तक रोके गए डीए और एरियर का भुगतान एक मुश्त करने, सरकारी कर्मियों के बराबर डीए और अन्य भत्ते देना, अन्य पेंशनरों की भांति 65, 70 व 75 साल पूरे कर चुके पेंशनरों को 5,10 व 15 प्रतिशत पेंशन भत्ता देने, वर्ष 2016 से सेवानिवृत कर्मचारियों का जो पेंशन एरियर लंबित है उसे तुरंत ब्याज के साथ अदा करना व इनकी ग्रेच्युटी, लीव इनकेशमेंट का तुरंत भुगतान ब्याज सहित करना है। इनकी मांगों में रिविजन की फाइलों का निपटारा, कोर्ट के आदेशों का पालन, मेडिकल बिलों का भुगतान, प्रतिमाह बैठक के लिए शिमला में कमरे की सुविधा देने, सेवानिवृति के तुरंत बाद पेंशन चालू करने और मुख्यालय में पेंशनरज हेल्पलाइन शुरू करने की मांगें इस ज्ञापन में शामिल की गई हैं।