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HPU परिसर के बाहर छात्रों का कुलपति के खिलाफ हल्ला बोल, अंदर नेताओं ने की वीसी के काम की तारीफ

पी. चंद |

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के 52वें स्थापना दिवस पर विवि खूब हलचल देखने को मिली। मुख्यमंत्री के विश्वविद्यालय में पहुंचते ही एसएफआई व एनएसयूआई ने जोरदार नारेबाज़ी कर ज्ञापन सौंपे। जिसमें विश्वविद्यालय वीसी सिकंदर कुमार की नियुक्ति में हुई धांधली के चलते पद से हटाने की मांग दोहराई गई। वहीं, सभागार में सभी नेताओं ने वीसी के काम की जमकर सराहना की। इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी की प्रतिमा का भी अनावरण किया। साथ ही 7 करोड़ 32 लाख के लोकार्पण किए। इसके अलावा विभिन्न विभागों की रिसर्च और पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।

स्थापना दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि वे गोवा से संबंध रखते हैं और गोवा के समुद्र की गहराई और हिमाचल की पर्वत की ऊंचाई के बीच तालमेल बनना उनका मकसद रहेगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल विश्वविद्यालय की गौरवमई इतिहास और परंपरा है जिससे जुड़ना उनके लिए गर्व की बात है। शिक्षा का लक्ष्य मनुष्य  जीवन पद्धति से जुड़ना होना चाहिए। शिक्षा देने वाले और लेने वाले दोनों को इसका ज्ञान होना चाहिए। युवाओं को दी गई शिक्षा भविष्य की दिशा और दशा तय करती है। देश को किस तरफ़ ले जाना है इसमें अभिभावकों और शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का अपना एक गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। समाज व हिमाचल और देश-विदेश में विश्वविद्यालय के छात्रों ने अपना बेहतरीन योगदान दिया है। हिमाचल अपनी स्थापना के 50 वर्ष मना रहा है जिसको देखते हुए ऐसे होनहार पप्रतिभाओं को सम्मानित करने के लिए विवि को कार्यक्रम करना चाहिए। 

वहीं, वीसी की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके कार्यकाल में विवि ने कई ऊंचाईयों को छुआ है। जिसमें विश्वविद्यालय की जमीन की पैमाइश और डिमारकेशन का बेहतरीन कार्य किया गया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक बहुत बड़ा कदम है जिससे शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा। 28A को ख़त्म करने व पार्किंग बनाने की विवि की मांग को मानते हुए मुख्यमंत्री ने शहरी विकास मंत्री को इसपर काम करने की बात कही।