सुंदरनगर में पिछले कुछ माह से बीएसएल थाना के अंतर्गत एक दर्जन से ज्यादा लड़के ड्रग्ज की गिरफ्त में आ चुके है। बदनामी के डर से असहाय परिजनों ने भी इस पुरे घटनाक्रम पर चुप्पी साध रखी है। हांलाकि इस मामले में कुछ समाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने स्तर पर पहल करते हुए जहां परिजनों से बातचीत की। वहीं स्थानीय पुलिस सहित उच्च पुलिस अधिकारियों को भी मामले की जानकारी दी और बच्चों के भविष्य को मद्देनजर रखते हुए उचित कार्रवाही करने की मांग की लेकिन अभी तक पुलिस मामले में कोई भी कदम नहीं उठा पाई है और पूरी तरह से मूक दर्शक बनी हुई है।
जिससे सरकार, प्रसाशन और पुलिस विभाग द्वारा चलाए जा रहे नशा निवारण अभियान की विश्वनियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि यह अभियान मात्र अखबारों व सोशल मीडिया और भाषण देने तक ही सीमित है । इस सबंध में जमीनी स्तर पर कोई भी पुख्ता काम नहीं हो रहा है।
पहले मुफ़्त में नशा फिर घर से चोरी
बीएसएल कॉलोनी थाना क्षेत्र के अतर्गत पुराना बाजार,चौगान,नई कॉलोनी ,जीरो चौक सहित बीएसएल कॉलोनी के आसपास के विभिन्न क्षेत्रों के शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले व स्कूल छोड़ चुके एक दर्जन से ज्यादा बच्चे नशे की लत में है। कुछ बच्चों के परिजनों से जब इस बारे में बात हुई तो उन्होंने बताया कि उनके बच्चों को सोची समझी साजिश के तहत नशे की आदत डाली गई है पहले कुछ बड़े युवा इन्हें फ्री में नशे कराने लगे और जब इन्हें नशे की लत लग गई तो इन्हें नशा खरीदने के लिए चोरी करने को मजबूर कर दिया।
एक बच्चे के परिजनों ने बताया कि उनका लड़का अभी तक दस हजार के करीब रुपये नशा माफिया को दे चुका है और उन्हें मामले का पता तब चला जब बच्चे को पैसे के लिए मोबाईल पर धमकियां आनी शुरू हो गई।
असहाय परिजनों ने बदनामी के डर से साधी है चुप्पी
बीबीएमबी कॉलोनी के खाली पड़े सरकारी क्वार्टर,स्कूल ग्राउंड जैसी अनेक सुनसान जगह हैं जहां अक्सर नशेड़ियों को टोलियों में नशा करते देखा जा सकता है देर रात तक यह लड़के नशा करते रहते हैं और रात 10-11 बजे के बाद ही घर पहुंचते हैं । इनके माता-पिता भी इनकी हरकतों से वाकिफ हैं और दुखी भी हैं लेकिन समाज में बदनामी के चलते यह भी अपने आप को असहाय महसूस करने लगे हैं।
नशा कल्याण समिति व समाजिक कार्यकर्ता बी.डी.चौहान कहा कि हाल ही में नशा कल्याण समिति की बैठक में बीएसएल कॉलोनी क्षेत्र में नशे के आदि हो चुके युवकों के सबंध में ठोस कार्रवाही करने की मांग की गई और पूर्व में पुख्ता जानकारी पर नशेड़ियों की धरपक्कड़ के लिए कार्रवाही नहीं होने पर भी चर्चा हुई।
डीएसपी सुंदरनगर तरनजीत सिंह ने कहा कि इस मामले बारे बीएसएल थाना प्रभारी की सूचित किया गया था। हाल ही में नशा कल्याण समिति का गठन किया गया है जिसके माध्यम से पीडितों व नशेडियो तक पहुंच बना कर उन्हें मुख्यधारा में लाया जाएगा। शीघ्र ही इस सबंध में आपात बैठक बुलाई जा रही है ।