केंद्र सरकार किसानों पानी देने की कई योजनाएं बना रही है ताकि पानी मिलने से किसानों के खेतों में अच्छी पैदावार हो। पर इन योजनाओं का लाभ सिर्फ कुछ क्षेत्रों में हो रहा है। लेकिन अगर पहाड़ी क्षेत्रों की बात की जाए तो किसान पानी की बूंद बूंद के लिए भी मोहताज हैं। हम बात कर रहे हैं पांवटा साहिब के ऊंची चोटी पर स्थित गांव कुलठिना की। जहां गर्मी के मौसम में ग्रामीण बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। तपती धूप में महिलाएं टैंक से सिर पर पानी ढोने को मजबूर हैं। विभाग और विधायक से बार-बार गुहार लगाने के बावजूद भी पानी की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।
यहां विभाग के अधिकारी गांव में शक्ल नहीं दिखाते और विधायक वोट मांगकर दोबारा दर्शन नहीं देते।
एक तरफ जहां भीषण गर्मी के प्रकोप से लोग घर से बाहर आना भी लोगों ने बंद कर दिया है पर यहां की सभी महिलाएं तपती दोपहरी मे टैंक से पानी भरकर लाना पड़ रहा है। गुस्साई महिलाएं अधिकारियों और नेताओं को झूठे आश्वासन से तंग आकर अब प्रदेश सरकार से गुहार लगा रही हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि कई बार नई योजना के लिए यहां के नेता से गुहार भी लगा चुके हैं पर नेता झूठे आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़कर वापस चले जाते हैं। अगर यहां से मात्र 2 किलोमीटर दूर खड्ड से नई योजना दी जाए तो गांव के लोगों की पीने की समस्या दूर हो जाती। यही नहीं गांव के लोगों का सिंचाई का भी समाधान हो जाता जिससे फसलें भी अच्छी होती और घर बैठे युवाओं को खेत में काम करके अच्छा रोजगार मिलता।