दिव्यांग बच्चों में छिपी प्रतिभा को निखारने के मकसद से भाषा एवं संस्कृति विभाग की ओर से गेयटी थियेटर में दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए चित्रकला, भाषण, कविता औेर कहानी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतिभागी बच्चों ने अपनी मेहनत और लग्न से एक से बढ़कर एक पेंटिंग बनाई। प्रतियोगिता में सर्वोंदय बाल आश्रम से 11, कस्तूरबा आश्रम से 10, तारा हॉल स्कूल से 2, पोर्टमोर कन्या विद्यालय से 3 और बालिका आश्रम से 10 बच्चों ने भाग लिया।
बच्चों ने अपने अंदर छिपी प्रतिभा को उजागर करते हुए अपनी कला का प्रदर्शन किया। जिसके बाद प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। हिमाचल कला एवं संस्कृति अकादमी के सचिव कर्म सिंह ने कहा कि भाषा संस्कृति विभाग, ओकार्ड इंडिया दिल्ली और हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी द्वारा 8 से 16 जून तक आयोजित शिमला पुस्तक मेले के अवसर पर बाल साहित्य एवं युवा लेखक संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया।
पुस्तक मेले के अवसर पर हिमाचल अकादमी ने लेखकों, कवियो और युवाओं के लिए अलग-अलग कार्यक्रम रखे ताकि सभी को अवसर मिल सके। दिव्यांग बच्चों के लिए आज के दिन पेंटिंग, भाषण, कविता और कहानी का कार्यक्रम रखा गया है जिससे दिव्यांग बच्चे भी खुद को किसी से कम न समझे।
हिमाचल कला एवं संस्कृति अकादमी के सचिव ने बताया कि अकादमी द्वारा भी विभिन्न साहित्यिक कार्यक्रमों के माध्यम से प्रदेश में कला संस्कृति भाषा औेर साहित्य को प्रोत्साहन प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा हैं। 16 जून को गेयटी थियेटर में समकालीन हिंदी साहित्य और महिला साहित्यकार कार्यक्रम होंगे।