हिमाचल के कांगड़ा जिला पालमपुर की रहने वाली प्रियंका पटियाल का चयन भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में हुआ। ताजूब की बात ये है कि प्रियंका पटियाल ने अपने परिवार को देखते हुए खुद को इस काबिल बनाया और आज वे लेफ्टिनेंट बन गई। क्योंकि उनके दादा भारतीय सेना से रिटायर हुए हैं जबकि उनके पिता राजेंद्र पटियाल भी कैप्टन सेवानिवृत हुए हैं। प्रियंका का एक भाई भी है जो खुद भारतीय सेना में सेवाएं दे रहा है।
यही नहीं, प्रियंका का नाना, मामा खुद भारतीय सेना के बैकग्राउंड से आते हैं और कई पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। ऐसे में परिवार के इतने सदस्यों को सेना की प्रति जज़्बा देखकर प्रियंका ने भी आज उनकी राह चुन ली है। प्रियंका का कहना है कि उन्होंने अपनी इच्छा अनुसार ये फैसला किया है और वे अपने परिवार की तरह सेना में शानदार सेवाएं देंगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रियंका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल से पूरी की और 10वीं बरेली से व जमा 2 कक्षा की पढ़ाई मामून स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल से पूरी की। इसके पश्चात प्रियंका ने चंडीगढ़ में सिविल इंजीनियरिंग में बीटैक किया जहां से उन्हें डायरैक्ट एंट्री मिली और बेंगलुरु से एसएससीबी करके 12 नवम्बर को ओटीए चेन्नई में शामिल हुईं। 20 नवम्बर को दीक्षांत समारोह के साथ ही प्रियंका ने विधिवत रूप से भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर सेवाएं देने की शपथ ग्रहण की। प्रियंका पटियाल की माता सुदेश पटियाल गृहिणी हैं। वे पालमपुर के बोदा गांव के रहने वाली हैं।