हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय द्वारा हिमाचल प्रदेश में हज़ारों करोड़ रुपए के रोपवे स्वीकृत किए गए हैं और इनमें पालमपुर का बहुत समय से लंबित रज्जू मार्ग रोपवे का प्रोजेक्ट भी शामिल है. उन्होंने कहा कि रोपवे के बनने से हिमाचल में पर्यटन को नई दिशा प्राप्त होगी और रोजगार के अवसर पैदा होंगे. इतना ही नहीं इस क्षेत्र का चहुमुखी विकास होगा.
शांता कुमार ने कहा कि धौलाधार का सौंदर्य आरंभ से ही पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है. उन्होंने कहा कि वर्ष 1990 में मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने पालमपुर में रोपवे बनाए जाने की परिकल्पना तैयार की थी तथा धरातल पर कार्य आरंभ हुआ. शिलान्यास अवसर पर उनके परम मित्र के सुपुत्र एवं वर्तमान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी पहुंचे थे. शांता कुमार ने कहा कि अयोध्या में बाबरी ढांचा गिरने के कारण अकारण ही उनकी सरकार को दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से भंग कर दिया गया जिस कारण यह परियोजना उस समय सिरे नहीं चढ़ सकी.
शांता कुमार ने बताया कि धौलाधार तक रोपवे पहुंचे इसके लिए उन्होंने केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से आग्रह किया था जिस पर उन्होंने तत्काल इसका सर्वेक्षण करवाने के लिए टीम भेजी. रोपवे के क्षेत्र में विख्यात कंपनी मैकेंजी के माध्यम से इस सारे प्रोजेक्ट का सर्वेक्षण कर वर्ष 2019 में रिपोर्ट केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय को मैकेंजी द्वारा भेज दी गई.
शांता कुमार ने बताया कि इसके पश्चात जुलाई 2021 में प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देश पर उच्च अधिकारियों की टीम इस प्रोजेक्ट के संदर्भ में उनसे मिली थी. उन्होंने पालमपुर थाथरी चुंजा ग्लेशियर रोपवे प्रोजेक्ट को केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा स्वीकृत किए जाने के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल से लगाव रहा है तथा उन्होंने तथा नितिन गडकरी ने हिमाचल को इन रोपवे रूप में बड़ा उपहार प्रदान किया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा प्रदेश में वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था का जो स्वपन संजोया गया है वह भी आने वाले समय में प्रदेश के लोगों के लिए एक बड़ी सुविधा के रूप में सामने आएगा.
शांता कुमार ने कहा कि लगभग साढ़े 13 किलोमीटर लंबे इस रोपवे पर 605 करोड रुपए खर्च होगा. वहीं इस रोपवे के बनने से क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे. उन्होंने कहा कि पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है जहां सबसे अधिक रोजगार तथा स्वरोजगार के अवसर हैं. उन्होंने कहा कि इन रोपवे की स्थापना से क्षेत्र में बेरोजगारी की समस्या पर भी अंकुश लगेगा. शांता कुमार ने कहा कि पालमपुर में साढ़े 13 किलोमीटर लंबे रोपवे का निर्माण होने से पालमपुर भारत वर्ष के पर्यटन मानचित्र पर नंबर एक पर आ जाएगा.