जिला चम्बा के पांगी घाटी में बर्फबारी के बाद जनजातीय क्षेत्र पांगी का संपर्क शेष विश्व से कट गया है। उपमंडल मुख्यालय किलाड़ में एक फुट तक बर्फ गिरी है, जबकि इन क्षेत्रों की दुर्गम पंचायतों में डेढ़ से दो फुट तक बर्फबारी होने की सूचना है। लिहाजा पांगी प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए लोगों को मौसम के साफ होने पर ही घर से न निकलने की सख्त हिदायत दी है। मुख्यालय किलाड़ एक फुट, साचपास दो फुट, कुमार परमार में एक फुट, चस्क भटोरी में एक फुट, हिलटवार में एक फुट समेत निचले क्षेत्रों में बर्फ की चादर बिछ गई है।
शुक्रवार देर रात से शुरू हुआ बर्फबारी का दौर शनिवार को भी रुक रुक कर दिनभर जारी रहा। इस कारण समूचा जिला ठंड की चपेट में आ गया है। हालात यह हैं कि पांगी में बर्फबारी ने जनजीवन प्रभावित किया है। हालांकि लोक निर्माण विभाग की ओर से जनता की सहुलियत को ध्यान में रखते हुए फील्ड के अधिकारियों को बंद पडे़ मार्ग को बहाल करने का कार्य युद्धस्तर पर करने के निर्देश दिए हैं। बर्फबारी के कारण लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। घाटी के लोगों ने हालांकि बर्फबारी से पूर्व राशन, लकड़ी और अन्य प्रबंध कर लिए हैं। पांगी में हुए ताजा हिमपात और मौसम के कड़े रुख के कारण अधिकारियों और कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया है।
इसके अलावा बीते कल नए साल का पहला हिमपात हुआ। शिमला, कुफरी, नारकंडा और मनाली में बर्फबारी हुई। कांगड़ा जिला के पालमपुर क्षेत्र में फाहे गिरे और ओलावृष्टि हुई। चंबा जिले की चोटियों में बर्फबारी हुई। बर्फबारी के कारण प्रदेश में 4 एनएच और 53 सड़कें बंद हैं। राजधानी शिमला में शनिवार दोपहर हल्का हिमपात हुआ। शहर में करीब एक इंच बर्फबारी हुई। इससे शहर में करीब एक घंटे तक यातायात बाधित रहा। वहीं, रोहतांग दर्रे पर पौना फीट बर्फबारी हुई। राहनीनाला, मढ़ी, ब्यासनाला, राहला फाल, गुलाबा और हामटा में बर्फबारी का दौर जारी रहा। धुंधी जोत, पतालसू जोत, इंद्रकिला, लद्दाखी पीक, सेवन सिस्टर पीक, हनुमान टिब्बा मकरबे और शिकरबे की पहाडिय़ों, भृगु और दशौहर की पहाडिय़ों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। मनाली में बर्फबारी के बाद जिला प्रशासन ने सोलंगनाला और पलचान की ओर जाने वाले सैलानियों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।