निजी स्कूलों द्वारा बढ़ी हुई फीस और दूसरे फंडों के विरोध में अभिभावकों ने बुधवार को शिमला में इक्कट्ठे होकर विरोध-प्रदर्शन किया। आए दिन निजी स्कूल मनमर्जी की फीस बढ़ा रहे हैं जिसकी वजह से अभिभावक परेशान हो रहे हैं।
निजी स्कूलों की मनमानी पर कोई भी रोक नहीं लगा पा रहा है जिसकी वजह से अब अभी अभिभावक सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। निजी स्कूलों की इसी मनमानी पर रोक लगाने की मांग को लेकर छात्र, अभिभावक मंच ने शिक्षा निदेशालय का घेराव किया। अभिभावकों ने यहां शिक्षा निदेशक, सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ओर मांग उठाई कि निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए कड़े से कड़े नियम बनाए जाएं।
छात्र अभिभावक मंच के अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि निजी स्कूलों पर कोई भी शिकंजा ना तो प्रदेश सरकार कस पा रही है ना ही शिक्षा विभाग। छात्रों से मनमानी फीस स्कूल वसूल रहे हैं। टूअर के नाम पर 40 से 45 हजार रुपये छात्रों से वसूले जा रहे हैं। न तो शिक्षा विभाग ना ही शिक्षा मंत्री और यहां तक कि मुख्यमंत्री भी इन स्कूलों पर लगाम नहीं लगा रहे हैं और ये स्कूल लगातार अभिभावकों को लूट रहे हैं।
छात्र अभिभावक मंच ने शिक्षा निदेशालय के बाहर धरना प्रदर्शन करने के साथ ही निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए ज्ञापन भी सौंपा। छात्र अभिभावक मंच की मांग है कि अन्य राज्यों की तरह ही प्रदेश में भी निजी स्कूलों की मनमानी को रोकने के लिए एक नीति बनाई जाए। जब तक निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने को लेकर सख्त कानून नहीं बनता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।