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स्वारघाट PHC में मरीजों को नहीं मिल रही सुविधाएं, शाम 4 बजे के बाद लटक जाता है ताला

सुनिल ठाकुर, बिलासपुर |

जिला बिलासपुर के स्वारघाट उपमंडल और जिला सोलन के नालागढ़ उपमंडल के मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने वाले प्राथमिक चिकित्सा केंद्र स्वारघाट की हालात खस्ता हो गई है। अस्पताल में 31 मई को एक फार्मासिस्ट और फीमेल हेल्थ वर्कर की सेवानिवृति होने के बाद  पिछले एक सप्ताह से स्वास्थ्य सुविधा पूरी तरह चरमराई गई हैं। हालात यह है कि पीएचसी में शाम 4 बजे के बाद ताला लटक जाता है। जिससे यहां उपचार करवाने आने वाले मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

 बता दें कि सेवानिवृत फार्मासिस्ट ही काफ समय से 24 घंटे ड्यूटी देकर लोगों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाए प्रदान कर रहे थे। उनकी सेवानिवृति के बाद अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाए पूरी तरह से चरमरा गई है और रात के समय ताला लटका होता है।

मंगलवार देर रात भी एक ऐसा ही मामला सामने आया जब एक घर की पौढियो से गिरकर बुरी तरह से लहुलुहान एक महिला को उसके परिजन निजी वाहन में लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन अस्पताल में ताले लटके होने के कारण उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा हालांकि 108 कर्मियों ने महिला को प्राथमिक उपचार दिया जिसके बाद परिजन महिला को नालागढ़ अस्पताल ले गये ।

जानकारी के अनुसार रचना देवी (55) पत्नी रामआसरा गांव औखु डा. लुनस तहसील नालागढ़ जिला सोलन मंगलवार शाम के समय घर की पौढ़ीयों से गिरकर बुरी तरह लहूलुहान हो गई और बेहोश हो गई | महिला के सर पर गहरी चोट लगी थी। परिजन उसे निजी वाहन में यह आशा लेकर आये कि यहाँ उन्हें बेहतर सुविधाए मिलेगी लेकिन अस्पताल में ताला लटका हुआ था और अस्पताल के बाहर किसी भी अधिकारी या कर्मचारी का फोन नम्बर नहीं लिखा था। महिला के परिजनों से प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग से मांग कि है कि उक्त अस्पताल में स्टाफ ओर डॉक्टरों की व्यवस्था की जाए ।

उधर बीएमओ मारकण्ड डॉ कुलदीप ठाकुर ने बताया कि पीएचसी स्वारघाट में डॉक्टर और फार्मासिस्ट डेपुटेशन पर भेजे जा रहे है जो दिन के समय सेवाए दे रहे हैं। स्टाफ की कमी के चलते रात के समय अस्पताल बंद रखना पड़ रहा है किसी बड़ी इमरजेंसी में डॉक्टर को बुलाया जा सकता है।