छोटी-छोटी बीमारियों के लिए जहां लोगों को बड़े-बड़े अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़तो हैं वहीं अब सोलन जिला के लोगों को इससे निजात दिलाई जाएगी। मरीजों को अब अपने क्षेत्रों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ सब सेंटरों में ही जांच के साथ-साथ हर तरह के टेस्ट की सुविधा मिलेगी। सोलन जिला में यह सुविधा स्वास्थ्य विभाग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ सब सेंटरों को हेल्थ वेलनेस सेंटरों में तबदील कर दिया है।
हेल्थ वेलनेस सेंटर में मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियों की जांच की सुविधा मिलेगी। केंद्र सरकार ने बीते साल हेल्थ वेलनेस सेंटर योजना की शुरूआत की थी जिसमें पीएचसी और हेल्थ सेंटरों को हेल्थ वेलनेस सेंटरों में तबदील कर अपग्रेड किया जाना है।
इन बीमारियों की होगी जांच
हेल्थ वेलनेस सेंटर में हर छोटी बडी बीमारियों की जांच की सुविधा मरीजों को मिलेगी। इसमें हाईपरटेंशन, शुगर, मुंह का कैंसर, स्तन का कैंसर, सरवाईकल, खुन की जांच जैसी बीमारियों पर फोक्स रहेगा। इसके अलावा लोगों को रोग से निरोग रहने के उपायों के लिए योग के सेशन भी होंगे। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ सेंटरों को अपग्रेड कर हेल्थ वेलनेस सेंटर में तबदील करने के पीछे सरकार का लक्ष्य है कि लोगों को छोटी-छोटी बीमारियों के लिए भी जिला स्तर के अस्पतालों का रूख ना करना पड़े और उन्हें घर के नजदीक ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके।
10 पीएचसी बन गए है हेल्थ वेलनेस सेंटर
सोलन जिला में 40 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व 180 स्वास्थ्य उपकेंद्रों को हेल्थ वेलनेस सेंटर में तबदील करने की योजना है। अभी तक 10 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ वेलनेस सेंटर में तबदील कर दिया गया है। इनमें पीएचसी कोटबेजा, पट्टा महलोग, डुमैहर, प्राथा, लौहारघाट, दिग्गल, जोगों, कुरगल, नवगांव और धुंदन शामिल हैं। इन केंद्रों में मरम्मत, रंगरोगन व ब्रैंडिग का कार्य चल रहा है
सोलन जिला में 40 पीएचसी और 181 हेल्थ सब सेंटर बनेंगे हेल्थ वेलनेस सेंटर में तबदील करने का कार्य चल रहा है। अभी तक 10 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ वेलनेस सेंटरों में तबदील किया जा चुका है। इनमें उच्च रक्तचाप, शुगर, सरवाइकल, खून की जांच, मुंह और स्तन कैंसर जैसी बीमारियों पर फोकस रहेगा, ताकि लोगों को अपने घरों के नजदीक ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके।