हमीरपुर: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिद्धांतों की एक अनूठी मिसाल हमीरपुर जिले के लंबलू गांव से सामने आई है। इस गांव की पंचायत ने 2 अक्टूबर को हुई ग्रामसभा में नशे की रोक थाम के लिए शराब पीने वालों को बीपीएल से बाहर निकालने का प्रस्ताव पारित किया है। ग्राम पंचायत इस फैसले से गांव में शराब पीकर हुड़दंग मचाने के मामलों पर भी नकेल कसना चाहती है।
ये प्रस्ताव पंचायत प्रधान करतार चौहान की पहल पर ग्रामसभा के सामने लाया गया था। प्रस्ताव के पारित होने के बाद प्रधान ने शराब पीने वालों को 10 दिन के अंदर नशा छोडने का अल्टीमेटम दिया है। अगर वे ऐसा करने में असफल रहते हैं तो पंचायत कार्रवाई करते हुए इन्हें बीपबएल की सूची से बाहर का रास्ता दिखाएगी। उस ही व्यक्ति को बीपीएल का फायदा दिया जाएगा जो शराब न पीने का शपथ पत्र देगा।
प्रधान ने गांव वासियों से बीपीएल में शराब पीने वाले व्यक्तियों की जानकारी भी जुटाना शुरू कर दिया है।
पंचायत प्रधान करतार चौहान ने कहा कि कई गरीब घरों के लोग दिन भर दिहाड़ी लगाकर शाम को शराब पीकर हुड़दंग मचाते हैं। पंचायत में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। इसके चलते यह कदम उठाया गया है।
वहीं उन परिवारों को भी बीपीएल में ना डालने का फैसला लिया गया है जिनके बच्चे निजी स्कूलों में पढ़ रहे हैं। ग्रामसभा में 300 लोगों की मौजूदगी में चार परिवारों के नाम बीपीएल से हटाए गए हैं।