कांगड़ा का उपमंडल जयसिंहपुर क्षेत्र जो ब्यास नदी के किनारे स्थित है कई मूलभूत सुबिधाओं की कमी के कारण जिसे पिछड़ा हुआ क्षेत्र माना जाता है । कल-कल बहती ब्यास नदी के किनारे स्थित जयसिंहपुर क्षेत्र में लोग पानी की बूंद बूंद के लिए तरस रहे हैं। हालांकि इसी ब्यास नदी के तट पर कई पेयजल योजनाएं स्थापित की गई हैं और यहीं से कई किलोमीटर दूर दराज के क्षेत्र के लोगों की इसी ब्यास नदी के पानी से प्यास बुझाई जा रही है। लेकिन कहते हैं कि घर की मुर्गी दाल बराबर यह बात जयसिंहपुर उपमंडल के डंडियाल , कोसरी , चन्द्रोण , नाह्लना आदि गांवों में चरित्रार्थ साबित हो रही है ।
अभी गर्मी ने अपना कहर बरपाना शुरू भी नहीं किया है लेकिन क्षेत्र के इन गांवों में पानी के लिए हाहाकार मचनी शुरू हो गई । ग्रामीणों का कहना है कि पिछले बीस दिनों में लगभग बारह दिन ही पानी आया। लेकिन विभाग जानकारी होने के बाबजूद जिमेदारी से मुहं मोड़ आंखे मूंदकर बैठा है जबकि लोग बूंद-बूंद को तरस रहे हैं । हालांकि इन गांवों के लिए पानी की दो स्कीमें ढडयाल व् ड़ोडन वली उपलब्ध हैं । ग्रामीणों का कहना है चार कर्मचारी एक ही गांव के होने के कारण भी समस्या बढ़ गई है। उनका आरोप है कि यह कर्मचारी अपने गांव के लिए तो पानी दे रहे हैं लेकिन अन्य गांव की अनदेखी कर रहे हैं। जिस कारण गांव वासियों को प्राक्रतिक जल स्रोतों पर निर्भर होकर बाबड़ी का मटमैला पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है ।
ग्रामीणों ने बताया कि डंडियाल , कोसरी , चन्द्रोण , नाह्लना पेयजल योजना पिछले लगभग दो सालों से यह स्कीम ठेकेदार के अधीन है और पंप आपरेटर गांव वासियों के साथ सौतेला वयवहार कर रहे हैं । वहीं विभाग के जेई पवन धीमान का बिजली ना होने पर समस्या होने का बयान एक सवाल मन में पैदा करता है कि बिजली ना होने पर सप्लाई सभी जगह फेल होनी चाहिए नाकी कुछ एक क्षेत्र को छोड़कर । दो तहसीलों के बीच बंटे होने के कारण गांववासी कभी इधर तो कभी उधर भटक रहे हैं । गांववासियों की हालत उस धोबी के कुते की तरह हो गई है जो न घर का है न घाट का ।
इस बारे जब जे ई पवन धीमान से बात की गई तो उसका कहना था बिजली की समस्या के कारण मोटर बंद रहती है अन्यथा किसी तरह की पानी की कोई कमी नहीं है और उनके हिसाब से पानी की सप्लाई सही तरीके से हो रही है । इस बारे स्थानीय विधायक रवि धीमान से बात करने पर उन्होंने बताया कि योजना की मशीन जल जाने के कारण समस्या आई है । मशीन को रिपेयर करवा दिया गया है। कल से गांव वासियों को नियमित पानी की सप्लाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि डंडियाल पेयजल योजना के लिए बीस लाख रुपए अवार्ड हो चुका है। आचार सहिंता खत्म होने पर काम शुरू करवा दिया जाएगा ।