राजधानी शिमला में पानी को लेकर हाहाकार मची हुई है। शिमला में पानी को लेकर हालात सुधर नहीं रहें है। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ओक ओवर के बाहर गुरूवार को वार्ड बेनमोर के लोग पानी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। लोंगो का आरोप है को 10 दिन हो गए हैं इन्हें पानी नही मिला है। स्थानीय बीजीपी पार्षद किमी सूद, पूर्व मेयर कटारिया और स्थानीय लोगों ने सीएम आवास के बाहर विरोध कर रहे हैं।
जरूरत से आधा भी नहीं मिल पा रहा पानी
शिमला की जनसंख्या को देखते हुए राजधानी में हर दिन 45 मिलियन लीटर पानी की जरूरत है लेकिन शहर को इन दिनों करीब 20 मिलियन लीटर प्रति दिन ही नसीब हो पा रहा है जिसकी वजह से क्षेत्र में जल संकट गहराता जा रहा है।
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गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से शिमला में पेयजल संकट गहराता जा रहा है, और लोग बूंद-बूंद को तरस रहे हैं। हालांकि, हाईकोर्ट ने पानी की किल्लत को लेकर निगम प्रशासन को लताड़ भी लगाई है, लेकिन बावजूद इसके निगम पेयजल के संकट से लोगों को निज़ात दिलाने में नाकामयाब साबित हो रहा है।