कर्ज में डूबे हिमाचल में प्रति व्यक्ति आय छलांग लगाकर 1.58 लाख रुपए सालाना से अधिक हो गई है। राज्य सरकार की तरफ से जारी जिला घरेलू उत्पाद पुस्तक में जुटाए गए आंकड़ों से ये खुलासा हुआ है। अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग ने प्रदेश के जिला घरेलू उत्पाद (जिला आय) के अनुमान वर्ष 2011-12 से 2015-16 तक नए आधार वर्ष 2011-12 पर एक प्रकाशन जारी किया है।
अर्थव्यवस्था में एक प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण तैयार
उन्होंने कहा कि उत्तरदायी प्रशासन और अनुकूल आर्थिक परिस्थितियों के कारण अर्थव्यवस्था में एक प्रतिस्पर्धात्मक वातावरण तैयार हुआ है, जिसके कारण प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत आर्थिक स्थिति की ओर अग्रसर है। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा. श्रीकांत बाल्दी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। उधर, राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय शिमला में भी सांख्यिकी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
4 जिलों का GDP में 62 फीसदी योगदान, सोलन जिला अव्वल
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में आर्थिक स्थिति और प्रगति अलग-अलग आंकड़ों वाली है। हिमाचल के चार जिलों का राज्य सकल घरेलू उत्पाद में योगदान 62 प्रतिशत है। वर्ष 2015-16 में सोलन जिला का योगदान 24.67 प्रतिशत है। इसके बाद कांगड़ा का योगदान 13.76 प्रतिशत, शिमला का 13.74 प्रतिशत और मंडी का 10.15 प्रतिशत है। उक्त चार जिलों का भौगोलिक क्षेत्रफल राज्य के कुछ क्षेत्रफल का मात्र 30 प्रतिशत है।