उपायुक्त कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि कांगड़ा जिला में जल संरक्षण और संवर्धन को लेकर जल शक्ति अभियान आरंभ किया गया है और इसके प्रथम चरण में 15 सितम्बर तक जिला के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल सरंक्षण को लेकर प्लान तैयार करने के दिशा निर्देश आईपीएच, ग्रामीण विकास विभाग तथा वन विभाग के अधिकारियों को दिए गए हैं।
ताकि जल शक्ति अभियान के तहत पेयजल संरक्षण के लिए विभिन्न स्तरों पर आधारभूत संरचना विकसित की जा सके। प्लान के आधार पर ही जल संरक्षण के प्रोजेक्ट के लिए बजट का प्रावधान भी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि वन विभाग द्वारा वनीकरण के कार्य को अंजाम दिया जाएगा और उसी के साथ जल संरक्षण को लेकर अन्य उपाय भी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कई स्थानों पर ग्राउंड वाटर लेवल नीचे आ गया है। ऐसे में व्यवहारिक तौर पर कदम उठाए जाने की जरूरत है ताकि ग्राउड़ वाटर लेवल ऊपर आएं तथा इसके अलावा जल संरक्षण की दिशा में भी कारगर परिणाम सामने आ सके।
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि पंचायतों की ग्राम सभाओं में भी जल संरक्षण ढांचे विकसित करने के लिए सेल्फ तैयार करने के दिशा निर्देश देते हुए कहा कि जिला की सभी 748 पंचायतों में जल संरक्षण के ढांचे विकसित करने पर विशेष बल दिया जाएगा ताकि सभी क्षेत्रों में जल संरक्षण और वाटर लेवल के स्तर को बेहतर बनाया जा सके।