वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण किया। अनुराग ठाकुर ने लोगों से पर्यावरण संरक्षण करने और ज़्यादा से ज़्यादा से पौधे लगा कर धरा को हरा भरा बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मेरा आप सब से अनुरोध है कि पेड़ों को कटने से बचायें और ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में पेड़ लगा कर पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में अपना सहयोग करे।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के दूसरे तरीकों सहित बाढ़ और अपरदन से बचाने के लिये सौर जल तापक, सौर स्रोतों के माध्यम से ऊर्जा उत्पादन, नये जल निकासी तंत्र का विकास करने के लिये आम लोगों को बढ़ावा देना, पनबिजली को बढ़ावा देना, जंगल प्रबंधन पर ध्यान देना, ग्रीन हाउस गैसों का प्रभाव घटाना, बिजली उत्पादन को बढ़ाने के लिये हाइड्रो शक्ति का इस्तेमाल, निम्निकृत भूमि पर पेड़ लगाने के द्वारा बायो-ईंधन के उत्पादन को बढ़ावा देकर हम पर्यावरण को संरक्षित कर धरा को स्वस्थऔऱ सुंदर बनाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं।
पर्यावरण संरक्षण अत्यंत जरूरी: कपूर
सांसद किशन कपूर ने कहा कि वर्तमान में पर्यावरण संरक्षण अत्यंत जरूरी है। प्रत्येक नागरिक को पौधारोपण जैसे कार्यों में बढचढ़ कर भाग लेना चाहिए। सांसद किशन कपूर ने विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर शुक्रवार को इंद्रू नाग मंदिर टउ चोहला के नजदीक पौधारोपण करने के बाद कहा कि पर्यावरण प्रदूषण को कम करने, वनों को आग से बचाने, रासायनिक खादों और कीटनाशकों का प्रयोग न करने और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में सभी लोगों को कार्य करना चाहिए।
उन्होंनें कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर विशेष बल दिया जा रहा है, वनों में आग की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए नीतिगत ढांचा भी तैयार किया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण को विकास का आधार बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं, हिमाचल में प्लास्टिक के लिफाफों और थर्मोकोल की सामग्री पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। नदियों को साफ सुथरा रखने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में किए जा रहे उन्नतशील कार्यों को मान्यता देने के लिए हर साल हिमाचल प्रदेश पर्यावरण उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए स्कूलों में इको क्लब गठित किए गए हैं। इसके साथ ही पौधारोपण अभियान में विद्यार्थियों को शामिल करने के लिए विद्यार्थी वन मित्र योजना शुरू की गई है। वन प्रबंधन में स्थानीय लोगों को सक्रिय रूप से जोड़ने के लिए सामुदायिक वन संवर्धन योजना शरू की गई है। इस अवसर पर डीएफओ संजीव शर्मा भी उपस्थित थे।