हिमाचल प्रदेश वन विभाग की टीम में वह सभी सदस्य होंगे जो कि एलिजिबल हैं और विशेष रूप से जिन्होंने पिछले टूर्नामेंटों में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए प्रदेश के लिए सम्मान जीता है। इसी के साथ इस बार हुए खेलों में भी जिन्होंने सम्मानजनक प्रदर्शन किया है उनको भी इन खेलों का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा। चाहे वह एथलेटिक से हो या वॉलीबॉल से हो, कबड्डी से हो या बास्केटबॉल से।
हिमाचल प्रदेश के खेल मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि ऐसा कोई नियम अभी नहीं बना है जिसमें एथलेटिक्स के लोग का चयन वन विभाग की भुवनेश्वर में होने वाली राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता के लिए नहीं किया जाएगा उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बढ़िया प्रदर्शन किए हैं उन्हें जरूर सरकार की तरफ से मौका मिलेगा बताते चलें कि हाल ही में वन विभाग के प्रदेश स्तरीय टूर्नामेंट हुए थे और उसके बाद बताया जा रहा था कि वॉलीबॉल बास्केटबॉल और कबड्डी सिर्फ तीन ही टीमें हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने के लिए जाएंगे इसी के साथ बहुत से खिलाड़ियों ने भी इस निर्णय का विरोध किया था और एथलेटिक्स को भी इसमें शामिल करने की बात कही थी।
अब इस मामले पर खुद खेल मंत्री और वन मंत्री गोविंद ठाकुर ने ही स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं है और सभी खिलाड़ियों को इस टूर्नामेंट में जाने का मौका सरकार की तरफ से मिलेगा। वहीं, दूसरी तरफ इन खिलाड़ियों को रहने के लिए सुविधाओं पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार का पूरा प्रयास रहता है कि हर तरह की सुविधा प्रदेश के खिलाड़ियों को दी जाए। अगर कहीं कोई कमी रह जाती है तो सरकार के ध्यान में मामला लाया जाए तो सरकार जरूर उचित कार्यवाही करेंगे। जहां तक अफसरों और उनके परिवार के लोगों का इस टूर्नामेंट में जाने की बात है तो कोई अपने निजी खर्चे से जाता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है। अगर सरकारी खर्चे पर जाएगा तो विषय जरूर इंक्वायरी का रहेगा।