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PM मोदी ने की ‘अटल टनल’ देश को समर्पित, कहा- टनल लेह, लद्दाख की बनेगी लाइफलाइन

समाचार फर्स्ट डेस्क |

पीएम मोदी ने आज प्रदेश में दुनिया की सबसे लंबी सुरंग 'अटल टनल' का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे अटल टनल के लोकार्पण का अवसर मिला है। अक्सर लोकार्पण की चकाचौंध में वो लोग कहीं पीछे रह जाते हैं, जिनके परिश्रम से ये सब संभव हुआ है। इस महायज्ञ में अपना पसीना बहाने वाले, अपनी जान को जोखिम में डालने वाले, मेहनतकश जवानों, इंजीनियरों और मजदूर भाई बहनों को मैं नमन करता हूं। अटल टनल लेह, लद्दाख की लाइफलाइन बनेगी। लेह-लद्दाख के किसानों, बागवानों और युवाओं के लिए भी अब देश की राजधानी दिल्ली और दूसरे राज्यों के बाजारों तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा। अटल टनल से मनाली और केलांग के बीच की दूरी 3-4 घंटे कम हो ही जाएगी।

उन्होंने कहा कि पहाड़ के मेरे भाई-बहन समझ सकते हैं कि पहाड़ पर 3-4 घंटे की दूरी कम होने का मतलब क्या होता है। अटल टनल भारत के बॉर्डर इंफ्रास्ट्रक्चर को नई ताकत देने वाली है। ये विश्व स्तरीय बॉर्डर कनेक्टिविटी का जीता-जागता उदाहरण है। पीएम मोदी ने कहा कि बीते 6 वर्षों में हमारी सरकार ने पुरानी स्थिति को बदलने की दिशा में अभूतपूर्व प्रयास किया है। हिमालय क्षेत्र, जम्मू-कश्मीर, कारगिल, लेह-लद्दाख, उत्तराखंड, सिक्किम में अनेकों प्रोजेक्ट्स पूरे किए जा चुके हैं। साथ ही दर्जनों प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम चल रहा है।

पीएम मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, वित्तराज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और आर्मी के ऑफिसर उपस्थित रहे। अटल सुरंग दुनिया में सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है और 9.02 किलोमीटर लंबी सुरंग मनाली को सालों भर लाहौल स्पीति घाटी से जोड़े रखेगी। मनाली-लेह हाइवे पर रोहतांग, बारालचा, लुंगालाचा ला और टालंग ला जैसे पास हैं और भारी बर्फबारी के चलते सर्दियों में यहां पहुंचना नामुमकिन हो जाता है। पहले मनाली से सिस्‍सू तक पहुंचने में 5 से 6 घंटे लग जाते थे, अब यह दूरी सिर्फ एक घंटे में पूरी की जा सकती है।

सुरंग को हिमालय के पीर पंजाल की पर्वत श्रृंखलाओं के बीच अत्याधुनिक विशिष्टताओं के साथ समुद्र तल से करीब तीन हजार 060 मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है। यह टनल बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन यानि बीआरओ ने बनाई है। इसके बाद प्रधानमंत्री ने अटल टनल रोहतांग निर्माण कार्यों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। बीआरओ के महानिदेशक हरपाल सिंह ने अटल टनल निर्माण की गाथा प्रधानमंत्री को बताई। साथ ही बताया कि अटल टनल निर्माण में 10 साल के लंबे समय कितना मशक्कत इसे तैयार होने में लगी है।