2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र मोदी सरकार ने एक बार फिर हेल्थ कार्ड खेला है। आयुष्मान योजना को लॉन्च करते हुए मोदी सरकार ने 10 करोड़ से ज्यादा परिवारों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा सुविधा देने का दावा किया है। ओडिशा, दिल्ली, पंजाब, तेलंगाना, केरल और कर्नाटक को छोड़कर अधिकांश राज्यों में ये योजना लागू हो गई है। हिमाचल में योजना की शुरुआत हो चुकी है और दावा है कि इससे 22 लाख लोगों को लाभ मिलेगा।
प्रदेश सरकार ने इसके लिए 175 अस्पताल चयनित किए हैं जो सरकारी और निजी क्षेत्र में स्थापित हैं। इस योजना के तहत 1800 के करीब बीमारियों का उपचार अस्पतालों में निशुल्क करवाया जा सकेगा। योजना के तहत डिजिटल कार्ड जारी किए जाएंगे जो पेपरलेस होने के साथ मनीलेस भी होंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सभी मंत्रियों को इस योजना को जमीनी स्तर पर उतारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ तभी है जब वह जमीनी स्तर पर लागू हो और उन लोगों तक पहुंचे जिसके लिए योजना शुरू हुई है। इसके साथ ही उन्होंने दो अन्य योजनाओं की जानकारी दी जिसमें मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना और यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम के तहत भी आने वाले परिवारों को 5 लाख प्रति परिवार के हिसाब से निशुल्क उपचार की व्यवस्था की गई है।
वहीं, राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजनाएं हर गरीब को लाभ पहुंचाएगी। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयासरत हैं। जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य निरोग रहना है, जिससे सरकार की करोड़ों की राशि को बचा कर उसे विकास और शिक्षा के क्षेत्र में खर्च किया जा सके। याद रहे कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के रांची से आयुष्मान भारत योजना लॉन्च की है।