पिछले लगभग पांच दिनों से खनन माफिया के विरुद्ध पुलिस की खनन विभाग की कारवाई जारी है। कुछ समय के लिए ही सही खनन माफिया ने भी चुप चाप बैठने में ही अपनी भलाई समझी है। गौरतलब है कि जयसिंहपुर क्षेत्र के साथ ब्यास नदी बहने के कारण बहुत बड़ा भाग रेत, बजरी आदि खनिज संपदा से भरा हुआ है जो खनन माफिया को अपनी और आकर्षित करता है।
यही कारण है कि इस समय जयसिंहपुर क्षेत्र में लगभग 6 स्टोन क्रशर लगे हुए हैं जो जयसिंहपुर क्षेत्र के साथ साथ अन्य क्षेत्रों को भी निर्माण सामग्री मुहैया करवा रहे हैं लेकिन दिन रात चल रहे इन क्रशरों से होने वाले ध्वनि और वायु प्रदूषण ने क्षेत्र वासियों का सुख चैन छीन लिया है। जिस कारण क्षेत्र वासियों को संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ा तो कई बार गांव वासियों ने स्वयं पर जोखिम लेकर खनन कर रहे वाहनों को रोका । हालांकि, 39 विभाग खनन माफिया पर लगाम कसने के लिए अधिकृत हैं लेकिन केवल मात्र गिनती के लिए हैं।
जिला पुलिस अधिकारी संतोष पटियाल के निर्देशानुसार थाना प्रभारी विपन चौधरी ने अपनी और खनन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलाकर कारवाई करते हुए खनन माफिया की कमर तोड़ कर रख दी तथा इस दौरान मात्र दो तीन दिनों में 24 चालान कर 1,20300 /- जुर्माना वसूल किया गया तो वहीं, दूसरी तरफ मंगलवार को ही क्षेत्र के खाल्टा में तीन, हलेड खड्ड में दो , सब्जी मंडी में एक, डल्लू में एक धुप्कियारा और टिकरी में खनन स्थल को जाने वाले लगभग 12 रास्ते बंद किए गए।
थाना प्रभारी विपन चौधरी का कहना है कि आगे भी यह कारवाई जारी रहेगी । क्षेत्र में पुलिस विभाग की प्रसंसा की जा रही है जिनके कारण लोग आराम की नींद सौ रहे हैं अब देखना यह है कि उनका यह आराम कितने दिनों तक कायम रहता है।