आचार संहिता हटते ही विकास कार्यों ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़नी शुरू कर दी है। वहीं, चुनाव खत्म होने के बाद अब थानों में जमा लोगों के हथियारों को वापस किया जा रहा है। हिमाचल में अधिकतर बंदूकें जानवरों से फसलों को बचाने या आत्मरक्षा के लिए ली गयी हैं। इसके लिए बकायदा लाइसेंस जारी किए गए हैं।
लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता लागू होते ही सभी वेपन धारकों को अपने नजदीकी थानों में हथियार जमा करवाने के निर्देश दिए गए थे। चुनाव नतीजों के बाद अब आचार संहिता हट चुकी है। ऐसे अब सभी बंदूकधारकों को उनके हथियार लौटाने का प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पुलिस अधीक्षक गुरदेव चंद शर्मा ने बताया कि मंडी जिला में 11750 वेपन जमा हुए थे। अब पुलिस ने नियमानुसार अपने कार्यालय से जारी की गई रसीद के आधार पर लोगों को उनके हथियार वापस करने शुरू कर दिए हैं।