अक्टूबर महीने में 21 तारीख सभी पुलिस बल के सदस्यों के लिए खास होता है। इस दिन को पुलिस बल के सभी सदस्य अपने उन साथियों को श्रद्धांजलि देते है, जिन्होंने देश सेवा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। इसके चलते देशभर में हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है। अपने शहीद साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
इसी कड़ी में पुलिस स्मृति दिवस आज शिमला के भराड़ी ग्राउंड में मनाया जा रहा है। ये जानकारी एसपी कानून व व्यवस्था खुशाल शर्मा ने दी। एसपी ने कहा कि एक साल में देश हित के लिए शहीद हुए विभिन्न पुलिस बलों के जवानों को स्मरण कर रविवार को उन्हें श्रद्धांजली दी जाएगी।
स्मृति दिवस में पुलिस महानिदेशक सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी भाग लेंगे। इस अवसर पर भराड़ी पुलिस मैदान में परेड का आयोजन किया जाएगा। वहीं शाम चार बजे राज्यपाल पीटरहॉफ में पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों, छात्रों, अध्यापकों, गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों, सामुदायिक पुलिस योजना एवं नशा निवारण समितियों के सदस्यों को संबोधित करेंगे।
एसपी आयुश शर्मा ने कहा कि पिछले एक साल में विभिन्न पुलिस बलों के 414 जवानों ने ड्यूटी के दौरान देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। इसमें आंध्र प्रदेश के 6, बिहार के 10, छ्त्तीसगढ़ के 25, दिल्ली के 13, जम्मू-कश्मीर के 45, झारखंड के 7, कर्नाटक के 15, केरल के 6, मध्य प्रदेश के 8, महाराष्ट्र व मणिपुर के 6, तमिलनाडू, असम, उतराखंड, हरियाणा और तेलंगाना के 10, उत्तर प्रदेश के 67, आईटीबीपी के 34, एनडीआरएफ के 3 और सीआरपीएफ के 25 जवानों ने ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी।
बता दें कि1959 से लेकर अभी तक 35 हजार, जवानों ने ड्यूटी के दौरान मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है।