पी. चंद। पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा का पेपर लीक होने को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। मामले को लेकर एनएसयूआई ने शिमला उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका। हालांकि पुलिस ने इस दौरान एनएसयूआई को पुतला फूंकने से रोकने का प्रयास किया। इस पर एनएसयूआई और पुलिस जवानों के बीच काफी खींचतान भी हुई लेकिन अंत में एनएसयूआई ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंक दिया।
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष छतर सिंह ने कहा कि कड़ी मेहनत के बाद युवाओं ने पुलिस लिखित परीक्षा पास की थी लेकिन अब उनका भविष्य ऐसे खतरे में पड़ गया है। सरकार ने पेपर को रद्द करने का फैसला लिया है जोकि युवाओं के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में बेरोजगारों के साथ मजाक किया जा रहा है। इससे पहले भी जेओए आईटी थी और अन्य भर्तियां भी लटकी पड़ी है।
उन्होंने कहा कि सरकार के राज में भर्तियों में लगातार धांधली हो रही है और अपने चहेतों को सरकार बैक डोर से नौकरियां दे रही है। पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होना सरकार की बड़ी विफलता है। एनएसयूआई ने सरकार से मांग की है कि परीक्षा दे चुके छात्रों को सरकार खर्चे का वहन करें। अन्यथा एनएसयूआई सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करने को मजबूर होगा।