बरसात का मौसम शुरु है और ऐसे में अगर सड़क के खस्ता हाल हों तो सड़क पर चलना आसान नहीं रहता है। हिमाचल के कुछ क्षेत्रों में सड़को की हालत बहुत खराब है। ऐसी ही एक बात जिला कांगड़ा के जयसिंहपुर क्षेत्र की सडकों की है। उनकी स्थिती इतनी दयनीय हो गई है कि वहां पर चलना भी मुश्किल हो गया है। यहां तक कि दुकानदारों को भी अपना सामान बचाने के लिए बोरियों का सहारा लेना पड़ रहा है। एक्सईएन कार्यालय जयसिंहपुर से शुरू होकर टम्बर, दगोह, तिनबड तक सड़क की स्थिती इतनी खराब है कि हमेशा दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। कहीं-कहीं सड़क कम और नाला ज्यादा लग रही है।
इस स्थिती से आहत होकर जयसिंहपुर के पूर्व कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष और मौजूदा पंचायत समिती सदस्य जसवंत ढडवाल ने प्रेस में ब्यान जारी करते हुए कहा कि धार क्षेत्र में सडकों की हालत दयनीय बनी हुई है। जिस कारण सड़क दुर्घटनाएं होने का खतरा हमेशा बना रहता है। विधायक महोदय का आना जाना इस सड़क से होता नहीं है और ना ही अधिशाषी अभियंता बैजनाथ ने इस सड़क की दुर्दशा को देखना उचित समझा तो वह लोगों का दर्द क्या समझेंगे। हालांकि सरकार द्वारा किसी न किसी रूप में बेहतर सड़क, स्वास्थ्य सुविधा के दावे आए दिन सुनने को मिलते हैं । दुर्घटनाओं से सबक लेकर कह लें या बचने के लिए ओवरलोडिंग नहीं करने या फिर और कई तरह के सरकार के ब्यान आए दिन आ रहे हैं। लेकिन सडकों के रख रखाव की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
लगभग बीस हज़ार आबादी वाला क्षेत्र होने के कारण जयसिंहपुर से पालमपुर बाया तिनबड़ रूट पर चलने वाली बसों की संख्या बहुत कम होने से स्कूल और कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों को बहुत ही ज्यादा परेशानी हो रही है। बसों में ज्यादा भीड़ होने के कारण विद्यार्थियों को बसों में नहीं बिठाया जा रहा है। जिस कारण उनका कीमती समय भी बर्बाद हो रहा है। सरकार को चाहिए कि बस चालकों को आदेश दे कि कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर बस में बिठाएं। चाहे बस में सभी सीटें भरी ही क्यों नहीं हों ताकि वह समय पर सकुशल कॉलेज पहुंच सकें।