प्रदेश में सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के तमाम वादे करती है लेकिन धरातल पर सरकार के ये दावे खोखले साबित हो रहें हैं। ऐसा ही एक मामला मंगलवार सोलन के अर्की सिविल अस्पताल में सामने आया। जहां पर जननी सुरक्षा योजना की पोल खुलती नजर आई। वैसे तो प्रदेश सरकार अस्पतालों में जनता को सैंकड़ों दवाइयां निशुल्क देने के बड़े- बड़े दावे करती है पर इनकी हकीकत कुछ ओर ही है।
दरअसल, अर्की के सिविल अस्पताल में उतर प्रदेश की रहने वाली गर्भवती महिला गर्भावस्था की जांच कराने के लिए अस्पताल में गई थी। जहां पर डॉक्टरों ने बल्ड टैस्ट कराने के लिए उसे निजी क्सीनिक भेज दिया। जहां पर टैस्ट कराने के उससे 300 रूपये और इसके बाद अर्की अस्पताल में 390 रूपये चार्ज किए गए।
वहीं, मामले की शिकायत किए जाने पर खंड चिकित्सा अधिकारी अर्की ने कहा की इस मामले में राष्ट्रीय स्वाथ्य निदेशालाय शिमला से बात की जाएगी। गर्भवती महिला की पर्चियां देखने के बाद NHM से पूरे पैसे महिला को वापिस लौटा दिए जाएंगे।