लाहौल-स्पीति में लोकसभा आम चुनाव को निष्पक्ष एवं स्वतंत्र तरीके से करवाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला निर्वाचल अधिकारी अश्वनी चौधरी ने बताया कि स्पीति घाटी को जाने वाले कुजुंम दर्रे के अवरूद्ध होने के कारण काजा के लिए भारतीय वायु सेना के दो हेलीकॉप्टरों के माध्यम से बुधवार को ईवीएम मशीनें और चुनाव सामग्री रवाना कर दी गई है। जिनमें स्पीति घाटी के सभी 30 मतदान केंद्रों, जिसमें वृद्धाश्रम भवन कीह का सहायक मतदान केंद्र भी शामिल है। उन्होंने कहा कि जिला में शांतिप्रिय मतदान करवाने के लिए प्रदेश पुलिस, गृह रक्षकों के अतिरिक्त अर्ध सैनिक बलों की 6 सैक्षन स्ट्रांग रूम में तैनात की गई हैं।
उन्होंने बताया कि जिला में अत्याधिक बर्फवारी होने के कारण लाहौल घाटी के भीतर बंद पड़े सभी सड़क मार्गों को खोल दिया गया है, ताकि पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्र तक पहुंचाने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। रोहतांग मार्ग से भी बर्फ हटाने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है ताकि रोहतांग दर्रें को भी लोगों की आवाजाही के लिए खोला जा सके। रोहतांग दर्रे के अवरूद्ध होने के कारण लोगों और मतदाताओं को घाटी में रोहतांग टनल के माध्यम से चरणबद्ध तरीके से यहां लाया जा रहा है।
दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र स्पीति का टशीगंग
उन्होंने बताया कि जिला में कीह में सहायक मतदान केंद्र के अतिरिक्त 93 मतदान केंद्र हैं और जिला में कुल 23641 मतदाता हैं, जिसमें 11876 महिला और 11765 पुरूष मतदाता शामिल हैं। विश्व का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र स्पीति घाटी का टशीगंग भी लाहौल स्पीति में है और इसकी उंचाई 15256 फीट है। इस मतदान केंद्र में 49 मतदाता है और इसे मॉडल मतदान केंद्र बनाया गया है, जिसमें सभी मतदान अधिकारी स्पीति के पारंमपरिक वेष-भूषा में दिखेंगे। उन्होंने बताया कि हिमाचल के सबसे कम मतदाताओं वाला मतदान केंद्र लाहौल घाटी का लिंगर है, जिसमें कुल 37 मतदाता हैं।