गुरूवार को होने जा रहे राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेड यूनियनों की हड़ताल में मंडी जिला के निजी बस ऑपरेटर भाग नहीं लेंगे। उनकी सेवाएं रोजाना की तरह सामान्य तौर पर चलती रहेंगी। निजी बस ऑपरेटर यूनियन जिला मंडी के प्रधान गुलशन दीवान ने बताया कि कोरोना काल में बसें बंद होने से लोग परेशान न हों, सरकारी बसों में भीड़ भड़ाका न हो, इसे देखते हुए निजी बस ऑपरेटर अपनी सेवाएं जारी रखेंगे। उनके अनुसार मंडी जिले में इस समय 300 निजी बसें चल रही हैं।
कोरोना काल में निजी बस ऑपरेटरों की हालत खस्ता है। अभी तक भी कुल मिलाकर 20 प्रतिशत आक्यूपेंसी ही हो रही है। अब सरकार ने फिर से 50 प्रतिशत की बाईडिंग लगा दी है। ऐसे हालात रहे तो दिसंबर में निजी बसें खड़ी कर देने की नौबत आ सकती है। बस चालक परिचालकों की मांगों के साथ उनकी सहानुभूति है मगर जब मालिक ही बुरी तरह से दबे हुए हैं तो भारी वेतन देना उनके वश में नहीं है। फिर भी जो भी हो पा रहा है वह चालक परिचालकों के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि प्रति बस तीन लाख की वर्क केपीटल को माफ किया जाए। स्पेशल रोड़ टैक्स व टोकन टैक्स को मार्च 2021 तक तथा बस अड्डा फीस को माफ किया जाए ताकि निजी बस आपरेटर अपनी सेवाएं जारी रख सकें अन्यथा यह व्यवसाय खत्म हो जाएगा। सरकार से इस व्यवसाय को बचाने का आग्रह किया गया है।