मंडी जिला निजी बस ऑपरेटर यूनियन ने सपष्ट किया है कि पहली जुलाई से बसें खड़ी करके हड़ताल पर जाने का उनका कोई इरादा नहीं है। बसें चलती रहेंगी। यूनियन के जिला प्रधान गुलशन दीवान ने कहा कि पिछले 100 दिनों से बसें खड़ी हैं । बैंक का कर्जा और अन्य खर्चों ने हालत दयनीय कर दी है । ऐसे में सरकार से राहत की उम्मीद निजी बस ऑपरेटर लगाए हुए हैं। जिला प्रधान ने बताया कि जिले में 450 के लगभग निजी बसें हैं, मगर अभी तक सवारी न होने के कारण 100 से भी कम बसें सडक़ों पर चल रही हैं।
डीजल की दरों में लगातार बढ़ौतरी , 60 प्रतिशत सवारियां बैठाने के प्रावधान और बसों के खाली ही दौडऩे से नुकसान ही हो रहा है। इसके बावजूद भी सरकार और प्रशासन के आग्रह और आश्वासन और जनता की सुविधा के लिए बसें चलती रहेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार को निजी बस आपरेटरों की मांगों को मानते हुए किराया में बढ़ौतरी करनी चाहिए और मिनिमम किराया पंजाब की तर्ज पर 10 रुपए होना चाहिए। जिला प्रधान ने कहा कि सरकार ने बस अड्डा पर पर्ची काटने का प्रावधान खत्म करके राहत दी थी । मगर इसके बावजूद भी मंडी कुल्लू समेत हर जगह पर पर्ची काटी जा रही है और 70 से 90 रुपए एंट्री के लिए लिए जा रहे हैं। इसे तुरंत प्रभाव से बंद किया जाए।