नाहन में निजी पद्मावती कॉलेज ऑफ नर्सिंग की एक छात्रा ने हॉस्टल की पांचवी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की है। इस पुरे मामले में कालेज प्रबंधन पर छात्राओं को प्रताड़ित करने के आरोप लगे है। आज सैकड़ों की संख्या में छात्राएं सड़कों पर उतरी और कॉलेज प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग की उठाई है।
अक्सर सुर्खियों में रहने वाला नाहन स्थित माता पद्मावती कॉलेज ऑफ नर्सिंग संस्थान एक बार फिर से विवादों में है। यहां कॉलेज की प्रताड़ना से तंग आकर नर्सिंग की एक छात्रा ने हॉस्टल की पांचवी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। गम्भीर रूप से घायल छात्रा चंडीगढ़ के एक निजी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही है।
नर्सिंग कॉलेज की सैकड़ों छात्राओं ने आज कॉलेज से लेकर उपायुक्त कार्यालय तक करीब 4 किलोमीटर का लंबा पैदल मार्च निकाला और प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। दरअसल हॉस्टल में छात्रा से प्रबंधन को मोबाइल मिला अगले दिन छात्रा को क्लास में ना बिठाकर सभी छात्राओं से अलग बिठाया गया और कई प्रकार के सवाल छात्रा से किए गए। अंदाजन परेशान छात्रा ने देर शाम हॉस्टल पहुंच कर पांच मंजिला इमारत से छलांग लगा दी।
कॉलेज प्रबंधन पर एक गंभीर आरोप ये भी है कि जबरन छात्रा से उसके मोबाइल का पैटर्न खुलवाया गया और पूरे फोन की जांच भी की गई। नर्सिंग छात्राए सवाल इस बात पर भी उठा रही है कि आखिर कैसे कॉलेज प्रबंधन छात्रा के मोबाइल की जांच कर सकता है। जब हॉस्टल में मोबाइल ले जाने पर कोई भी पाबंदी नहीं है। फिर ऐसे में किसी के मोबाइल की जांच क्यों की गयी। छात्राओं का कहना है कि प्रबंधन द्वारा उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है।
उधर इस पुरे मामले को लेकर डीसी सिरमौर ललित जैन ने कहा कि उनके पास एक लड़की के छत से गिरने की खबर आई है जिसके बाद उन्होंने पुलिस को पुरे मामले की जांच के आदेश दे दिए है। प्रदेश में लगातार निजी शिक्षण संस्थानों की मनमानी हावी होती जा रही है क्योंकि इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है और ऐसे में इनके हौसले लगातार बुलंद हो रहे है।