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लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना सरकार की प्राथमिकता: स्वास्थ्य मंत्री

समाचार फर्स्ट डेस्क |

स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार की अध्यक्षता में बुधवार को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा की रोगी कल्याण समिति की 11वीं गवर्निंग परिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रबंधन समिति ने वर्ष 2018-19 की आय 4787 लाख और खर्चा 3852 लाख का बजट पास किया। बैठक में समिति द्वारा वर्ष 2019-20 के लिए प्रस्तावित आय 60 करोड 44 लाख रूपये और प्रस्तावित खर्च 64 करोड़ 80 लाख रुपये का अनुमान रखा गया है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि लोगों को बेहतर एवं विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। प्रदेश सरकार टांडा अस्पताल को सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के रूप में विकसित करने पर बल दे रही है। प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थानों के ढांचागत सुदृढ़ीकरण और अत्याधुनिक स्वास्थ्य उपकरणों एवं मशीनरी से लैस करने पर विशेष बल दिया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत इस वर्ष में 31 मार्च, 2019 तक 7646 लोगों को 4 करोड़ 10 लाख 16154 रुपये के लाभ दिये गये हैं। टांडा अस्पताल में वर्तमान में 800 के स्थान पर 821 बैड हैं। इस वर्ष टांडा अस्पताल में 3 लाख 6 हजार 189 मरीजों की जांच की गई। लोगों के हितों को ध्यान में रखकर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई सभी स्वास्थ्य सम्बन्धित कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसमें दवाई पर 11 करोड़ रुपये व्यय किये गये हैं। संस्थान में 12990 प्रसूति हुई जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक दर्ज की गई हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी उपकरणों की गुणवत्ता जांचने, प्रतिदिन अस्पताल की चादरें बदली हो इसे सुनिश्चित करने के लिए चदरों की मार्किगं दिन अनुसार की जाएगी। उन्होंने वार्डों में 50 आयरन लॉकर लेने, सॉलिड वेस्ट के लिए बारकोड मशीन, अस्पताल परिसर में 300 नए बैंच लगाने की अनुमति प्रदान की।
 
 बैठक में स्नातकोत्तर छात्रों की टयूशन फीस मुद्दा रोगी कल्याण समिति में रखने का प्रस्ताव रखा गया। बैठक में एआरटी भवन से दुकानें खाली करने का प्रस्ताव पारित किया गया जिससे इस पुराने भवन को हटाकर नया गेरियाट्रिक सेंटर का निर्माण किया जा सके। मरीजों की सहायता के लिए विभिन्न श्रेणियों के 210 आक्सीजन तथा ऑक्साइड सिलेंडर लेने की अनुमति दी गई। बैठक में स्पेशल वार्ड का 1000 रुपये से 1200 रुपये और स्पेशल वार्ड वीआईपी का 1000 रुपये से 1500 रुपये करने का प्रस्ताव पारित किया गया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में डिजीटल भुगतान सुविधा आरंभ की जाएगी जिसके लिए कैश कांउटर में स्वाइप मशीनें लगाई जाएंगी।  बैठक में अंतरंग व बाह्य मरीजों के लिए ओपीडी टोकन डिस्पले सिस्टम तथा पीए सिस्टम लगाने की अनुमति दी गई।

बैठक में सुपर स्पेशिलिटी में वाई-फाई सुविधा आरंभ करने का प्रस्ताव पारित किया गया। उन्होंने कहा कि गरीब मरीजों की सहायता के लिए सहायता फंड बनाया जाएगा जिसमें कोई भी दान दे सकता है। अस्पताल की लैब को 24 घंटे चलाया जाएगा ताकि संस्थान में आने वाले रोगियों को दिन-रात टेस्ट सुविधा का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि टांडा अस्पताल में एक अतिरिक्त एमआरआई मशीन उपलब्ध करवाई जाएगी। सुपरस्पेशिलिटी में चिकित्सक और अन्य स्टाफ मुहैया करवाया गया है। पीपीपी मोड पर डायलिसिस सुविधा शुरू की जाएगी। आरकेएस के धन का उपयोग मरीजों की सहायता के लिए खर्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में निष्पादन के आधार पर टांडा मेडिकल कॉलेज को श्रेष्ठ तथा आईजीएमसी शिमला को सर्वश्रेष्ठ आंका गया है। सुरक्षा की दृष्टि से टांडा अस्पताल में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इस दौरान बैठक में पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया।