गुड़िया मामले में 8 पुलिस वालों की गिरफ्तारी के बाद भड़के लोगों और छात्र संगठनों ने पुलिस अधिकारियों और मुख्यमंत्री की तस्वीरों को जलाया। मामले में लोग और छात्र संगठन एक बार फिर सड़कों पर उतर गए हैं। शिमला जिलाधीश कार्यालय के बाहर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोला और सरकार एवं पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एबीवीपी का आरोप है कि पुलिस ने जानबूझ कर राजनीतिक दबाव के चलते गलत लोगों को पकड़ा और असल कातिलों को छोड़ दिया। सीबीआई की कार्रवाई के बाद अब साफ हो गया है कि पुलिस ने मामले को दबाने के लिए सूरज की हत्या तक कर दी।
परिषद की राज्य महामंत्री हेमा ठाकुर ने सीधा आरोप लगाया कि मामले में पुलिस एवं सरकार मिली हुई थी और इसको देखते हुए मुख्यमंत्री को तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। गौरतलब है कि कोटखाई मामले में सीबीआई ने आईजी समेत 8 पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी की है।