Punjab Stops Paddy from Himachal : पंजाब की कृषि मंडियों ने इस बार हिमाचल प्रदेश के धान की खरीद पर रोक लगा दी है। अब हिमाचल के किसान अपने धान को केवल नालागढ़ और मलपुर स्थित खरीद केंद्रों में बेच पाएंगे। इस बार बीबीएन क्षेत्र में करीब 3750 हेक्टेयर जमीन पर धान की खेती की गई है, जिससे लगभग 18 हजार मीट्रिक टन धान के उत्पादन की उम्मीद है।
यह समस्या पहले भी उत्पन्न हुई थी, जब पंजाब ने हिमाचल के किसानों से धान और गेहूं की खरीद बंद कर दी थी। पंजाब के आढ़तियों और हिमाचल के किसानों के बीच मिलीभगत के कारण यह रोक लगाई गई थी। अब पंजाब के किसान यह मांग कर रहे हैं कि उनके धान की खरीद पहले हो और उसके बाद ही हिमाचल के धान की खरीद की जाए, जिसके कारण पंजाब की मंडियों में हिमाचल के धान को नहीं लिया जा रहा है।
किसान अब वापस नालागढ़ और मलपुर के खरीद केंद्रों में आकर अपने धान को बेच रहे हैं। चार दिनों में ही नालागढ़ और मलपुर के केंद्रों में 41 किसानों ने 1689 क्विंटल धान बेचा है। खरीद केंद्रों में अब किसानों की संख्या बढ़ती जा रही है।
किसान यूनियन की प्रतिक्रिया: किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुरमुख सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार के असमान व्यवहार के चलते पंजाब के धान विक्रेताओं की धान की खरीद नहीं हो रही है। इससे आढ़तियों ने हिमाचल के किसानों का धान लेने से इनकार कर दिया है, जिसके कारण अब हिमाचल के किसान खरीद केंद्रों में ही अपना धान बेच रहे हैं।