जिला मंडी में नाचन विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत छात्तर पंचायत में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा गंगा सिंह का मकान उजाड़ाने का मामला बीते कल को पंचायत की ग्राम सभा में भी छाया रहा। इस गरीब परिवार के साथ विभाग द्वारा की गई नाइंसाफी के चलते गांववासियों में काफी रोष देखा गया और ग्राम सभा के दौरान हालात तनावपूर्ण रही। ग्रामवासियों ने एक मत में इस गरीब परिवार को सरकार से रहने के लिए घर मुहैया करवाने की जोरदार मांग की है। विभाग की इस कार्रवाई के कारण परिवार सहित तीन नाबालिग लड़कियां भी अब बेघर हो गई हैं।
मौके पर मौजूद सभी लोगों का सरकार और विभाग से सिर्फ यही एक सवाल था कि आखिर विभाग को खून जमा देने वाली इस ठंठ में ही क्यों इस गरीब परिवार के खिलाफ कार्रवाई करने की आवश्यकता पड़ी। ग्राम पंचायत छात्र प्रधान मीना देवी का कहना है कि ग्राम सभा में रविवार को प्रस्ताव पारित कर ग्रामीण इस गरीब परिवार की सहायता को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, डीसी और एसडीएम को एक मांग पत्र भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने रसूखदार को फायदा पहुंचाने के लिए गरीबों का आशियाना तोड़ा है। प्रदेश सरकार प्रभावित परिवार के पुनर्वास के लिए जल्द से जल्द प्रभावी कदम उठाए।
जानकारी के आनुसार बीते वीरवार को पीडब्ल्यूडी विभाग के सब डिविजन धनोटू द्वारा एक बिस्वा भूमि को खाली करवाने के दौरान एक गौशाला और रिहायशी मकान सहित शौचालय को उखाड़ दिया गया। विभाग की इस कार्रवाई से आहत होकर स्थानीय पंचायत प्रधान, प्रभावित और गांववासियों ने शुक्रवार को सरकार के 2 साल पूरे होने को लेकर शिमला में आयोजित कार्यक्रम का बहिष्कार किया। प्रभावित परिवार पिछले लगभग 40 सालों से इस पुश्तैनी मकान में रहता था। विभाग द्वारा अमल में लाई जा रही कार्रवाई के दौरान विभागीय अधिकारियों और नाचन विधायक से उन्हें कुछ मौहलत देने की गुहार भी लगाते रहे। लेकिन उनकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं था और विभाग पुलिस की मौजूदगी में गरीबों का आशियाना उजाड़ दिया गया। पीडब्ल्यूडी विभाग धनोटू द्वारा एसडीएम सुंदरनगर के न्यायालय में गंगा राम और जानकी देवी के खिलाफ हिमाचल प्रदेश पब्लिक प्रेमिसेस एक्ट के तहत मामले में कार्रवाई की गई है।