मंडी: आखिर कई महीनों के बाद मंडी जोनल अस्पताल में रेडियोलोजिस्ट की तैनाती हो गई। अब यहां पर अल्ट्साउंड आदि हो सकेंगे। कई महीनों से रेडियोलोजिस्ट न होने के कारण मरीजों को बेहद परेशानी हो रही थी तथा मरीज मजबूरी में निजी क्लीनिकों में जाकर महंगे दामों पर अल्ट्ासाउंड करवा रहे थे।
मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा ने आरोप लगाया था कि यहां पर जो रेडियोलोजिस्ट तैनात था उसे कांग्रेस की नेत्री कौल सिंह ठाकुर की बेटी जिसने अनिल शर्मा के खिलाफ लगातार दो बार चुनाव लड़ा व हार गई, ने प्रदेश में अपनी सरकार होने का फायदा उठाकर रेडियोलोजिस्ट से पहले त्यागपत्र दिलाया और फिर उसे अपने निजी अल्ट्साउंड केंद्र में ले गई जो जोनल अस्पताल के साथ ही बनाया गया है। चंपा ठाकुर ने अनिल शर्मा के आरोपों को गलत करार देते हुए कहा था कि यह रेडियोलोजिस्ट तो पहले ही नौकरी छोड़ कर कोलकाता जा रहा था।
एजेंसी के माध्यम से उन्होंने उससे संपर्क करके दिल्ली से वापस बुलाया। अनिल शर्मा ने इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल से भी मामला उठाया था तथा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी पत्र लिखा था। मामला सुर्खियों में रहा था। इसी बीच शनिवार को सदर विधायक एवं पूर्व मंत्री अनिल शर्मा ने अपनी फेस बुक के माध्यम से फीलिंग थैंकफुल की टिप्पणी के साथ जानकारी दी है कि आप सभी को यह जानकर प्रसन्नता होगी कि क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में रेडियोलोजिस्ट की प्रतिनियुक्ति लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज नेरचौक से आज हो चुकी है।
डाक्टर इशान डोगरा अब अपनी सेवाएं क्षेत्रीय अस्पताल में देंगे। कुछ औपचारिकताओं को पूर्ण करने के बाद दो या तीन दिन में क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में फिर से अल्ट्रासाउंड की सुविधा जनता को मिलना शुरू हो जाएगी। अनिल शर्मा ने आगे कहा है कि मैं इसके लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल का दिल की गहराईयों से धन्यवाद प्रकट करता हूं। देखना यह होगा कि अब चंपा ठाकुर जो प्रदेश में अपनी पार्टी की सरकार के होते हुए बेहद सक्रिय दिख रही हैं की क्या प्रतिक्रिया रहती है। यूं मंडी नगर में रेडियोलोजिस्ट का यह मामला बेहद चर्चा व टाक आफ टाउन रहा है। बहरहाल जिले के सबसे बड़े इस अस्पताल में रेडियोलोजिस्ट के प्रतिनियुक्ति पर आने से मरीजों को लाभ मिलने लगेगा।