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चंबा में बारिश-बर्फबारी ने तोड़ा 10 सालों का रिकॉर्ड, इन विभागों को हुआ भारी नुकसान

मृत्युंजय पूरी, चंबा |

पिछले अगर एक दशक की बात की जाये तो चम्बा जिले में इतना नुकसान बारिश और बर्फ़बारी में दर्ज नहीं हुआ है जितना इस साल 2019 में देखने को मिला। हालांकि, शुरुआती दौर में चंबा जिले में हुई बर्फ़बारी को देख सैलानी तो सैलानी जिले के ग्रामीण तबके के लोगों के साथ शहर के लोग भी इस बर्फबारी को देख फूले नहीं समा रहे थे। पर मौसम की नजाकत कुछ इस तरह से बदली कि जहां लोग बर्फ़बारी को देखने को तरस रहे थे इन्ही कुछ दिनों के भीतर एक बार नहीं बल्कि 9 बार समूचे जिले में भारी बर्फ़बारी लोगों ने देखी।

बार-बार हो रही बर्फ़बारी के कारण प्रशासन तो क्या सरकार के दांतो तले लोहे के चने चबाने को मजबूर कर दिया। करीब 10 सालों के बाद हुई इस बर्फ़बारी को देख खासकर वह बागवान बहुत ही खुश थे जिन्होंने यह सोचकर अपने सेब के बगीचों में काम करना छोड़ दिया था कि बिना बर्फ़बारी के सेब का होना नामुमकिन है।  इसलिए बगीचों में मेहनत करना बेकार है। इस सीजन की हुई बर्फबारी ने किसानों के साथ बागवानों की सारी उम्मीदों को पूरा कर दिया। जिसके लिए बागवान वर्षों से तरस रहे थे।

लगातार हुई इस बर्फ़बारी और बारिश के कारण जिला चम्बा विकास को लेकर भी 10 साल पीछे चला गया है। जिले की पांच विधानसभा क्षेत्र जिसमे अगर भटियात विधानसभा क्षेत्र को छोड़ दिया जाये तो बचे चार विधानसभा क्षेत्र जिसमे चम्बा, चुराह, डल्हौजी और जनजातिय क्षेत्र भरमौर के कोई ऐसे गांव या फिर पॉश क्षेत्र अछूते नहीं बचे होंगे जहां हुई इस बर्फ़बारी से नुकसान न हुआ हो। बता दें कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिला चम्बा में पड़ने वाली इस बर्फबारी से जनजातीय क्षेत्र पांगी-भरमौर और चुराह विधानसभा में करोड़ों रूपये का नुकसान दर्ज किया गया है। कुल मिलाकर नवम्बर 2018  से लेकर अभी तक जिले में आंतरिक तौर पर करीब एक अरब 80 करोड़ रूपये  का नुकसान सभी विभागों में दर्ज किया गया है।

इन विभागों को हुआ भारी नुकसान

लोक निर्माण विभाग की बात करें  1 नवंबर से लेकर अब तक हुई बर्फबारी से उन्हें करीब एक अरब 16 करोड  का नुकसान हुआ है। वहीं, आईपीएच विभाग को 8 करोड़ 48 लाख रूपये  का नुकसान झेलना पड़ा है। वहीं, चंबा जिला के नेशनल हाईवे की बात करें तो वहां पर भी करीब 30 करोड 56 लाख  रुपए का नुकसान इस बार की बर्फबारी और बारिश से  हुआ है। अगर कृषि की बात करें तो कृषि के क्षेत्र में अब तक किसानों को 7:30 करोड़ रुपए तक का नुकसान झेलना पड़ा है। वहीं, बिजली विभाग भी इस बारिश से हुए नुकसान से अछूता नहीं रहा है उन्हें भी इस बर्फबारी की वजह से करीब 13 करोड़ 60  लाख रुपए का नुकसान विभाग  को हुआ है  बिजली विभाग के पुरे जिले में करीब 1946 ट्रांसफार्मर खराब हुए थे जिसमेंसे अभी भी 480 के करीब ट्रांसफार्मर बंद पड़े हुए हैं।

यूं कहिए कि पिछले कई सालों से सभी विभागों को इस बर्फबारी ने काफी पीछे धकेल दिया है।  पिछले बर्फबारी से करीब सरकारी भवनों को भी काफी नुकसान पहुंचाया जिसमें कम्युनिटी भवन,स्कूल और सरकारी विभागों के भवनों  की बात करें तो उनको भी करीब 18 करोड़ 49 लाख  का नुकसान झेलना पड़ा है।  मौसम विभाग की मानें तो आने वाले समय में और भी बर्फबारी और बारिश की संभावना जताई जा रही है।  प्रशासन के लिए यह समय और भी चुनौती वाला देखने को मिल सकता है।

बर्फबारी से इस बार हुआ ज्यादा नुकसान

 स्थानीय लोगों ने बताया की उन्होंने इससे पहले बर्फबारी से  इतना ज्यादा नुकसान कभी नहीं देखा था। बिजली,पानी सड़के इन सभी क्षेत्र में नुकसान देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि बहुत से गांव ऐसे हैं जहां करीब 15 दिनों से बिजली नहीं है। सड़कों पर लोगों को पैदल जाना पड़ रहा है।  जिसकी वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है  लोगों ने बताया कि आने वाले समय में मौसम विभाग के द्वारा जानकारी के अनुसार और बारिश होने की संभावना है।

वहीं, उपायुक्त चंबा हरकेश मीणा ने बारिश और बर्फबारी की वजह से नुकसान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नवंबर महीने से लेकर अब तक चंबा जिला में काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बार बहुत ज्यादा बर्फबारी हुई है जिसकी वजह से प्रशासन को भी काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।