पिछले दो दिन में हुई बर्फबारी के कारण सूबे में शीतलहर जोरों पर है। ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के कारण पारा शून्य से नीचे लुढ़क गया है। हिमपात की वजह से दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल शेष प्रदेश से कट गया है और अगले 6 माह के लिए यहां के लिए आवागमन थम गया है। गत दो दिन से छोटा भंगाल व चौहार घाटी के ऊंचे पर्वत क्षेत्रों में लगातार हो रहे हिमपात से निचले क्षेत्रों में पारा तेजी से नीचे गिरा है, जिससे सूबे में कड़ाके की ठंड हो गई है।
छोटा भंगाल घाटी की ऊंची-ऊंची पर्वतमालाओं थमसर जोत, ढूंडणी धार, डेहनसर, जालसू पनिहारटू, घोड़ लेटणू आदि स्थानों पर तीन से चार फीट ताजा हिमपात हुआ हैइस भारी हिमपात के कारण बड़ा भंगाल का संपर्क शेष भाग से कट गया है। घाटियों के ऊपरी भाग में भारी हिमपात और निचले भाग में बारिश होने से दोनों घाटियां प्रचंड ठंड की चपेट में आ गई हैं। समय पूर्व बर्फबारी को देखते हुए दोनों घाटियों के लोग डीपुओं में मिलने वाले पांच माह के राशन के भंडारण में जुटे हुए हैं।
वहीं, सर्दी से बचने के लिए ईंधन की लकड़ी व पशुओं के चारे के भंडारण का काम भी किया जा रहा है। छोटा भंगाल घाटी के राजगुन्धा, कुकड़ गुन्धा, कुड़धार, श्पौहता, बड़ा ग्रां, नलहौता, कोठी कोहड़, भुजलिंग स्वाड़, अंदरली मलाह आदि दूरवर्ती गांवों एक से तीन इंच ताज़ा बर्फबारी हुई। वहीं, घाटी के धरमाण, सरमाण, नेर, जुधार, छेरना, खड़ी मलाह दयोट, आदि गांवों में लगभग एक से दो इंच ओलावृष्टि हुई। ऊपरी भाग में हुए भारी हिमपात से ठंड ने और भी प्रचंड रूप ले लिया है। जिस कारण लोग सुबह-शाम सहित दिन की धूप में भी गर्म कपड़े उतारने को असमर्थता जाहिर कर रहे हैं। बड़ा भंगाल का अधिकतम तापमान 0 डिग्री सेल्सियस है।