प्रदेश में बरसात ने जाते जाते तबाही मचा दी एक तरफ मूसलाधार बारिश के कारण खड्ड का वहाव हलेड बाजार व गांव की तरफ हो गया जिस कारण लोगों के घरों व दुकानों में तीन से चार फीट तक पानी व रेत बजरी आदि भर गया वहीं पानी के बहाव में पेयजल व विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गई. अभी हलेड बासीयों का इस घटना से उभरने की कोशिश करते हुए घरों व दुकानों से मलबा साफ कर जीवन पटरी पर लौट ही रहा था कि एक बार फिर मंगलवार की रात को बारिश ने उन पर कहर बरपा दिया. यहां हलेड़ खड्ड का बहाव रात को फिर बाजार की तरफ मुड़ गया. खड्ड ने सड़क पर अपना रौद्र रूप दिखाया. हलेड़ बाजार की सभी दुकानों में कई फीट तक पानी भर गया और जगदीश चंद की पक्की दुकान जमींदोज हो गई.
इसके अलावा सुरेंद्र, गप्पू व रंगील चंद की कच्ची दुकानें भी गिर गईं. अभी लोग व दुकानदार शुक्रवार रात को आई बाढ़ के इक्कठी हुई गाद को हटा ही पाए थे कि दोबारा फिर दुकानों व घरों में पानी के साथ गाद जमा हो गई है. हालांकि एसडीएम अपराजिता चंदेल, तहसीलदार अभिषेक भास्कर, एक्सईएन आरके धीमान व अन्य प्रशासनिक अधिकारी रात को ही मौके पर पहुंच गए थे लेकिन लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर था. करीब 12 बजे तक सभी को शांत किया गया. सुबह लोग फिर अपनी अपनी दुकानों व घरों से पानी व मलबा हटाने में जुट गए. साथ ही लोगों ने समस्या का स्थाई समाधान करने के लिए चक्का जाम कर जमकर नारेबाजी की.
लोगों ने विधायक से पीने के पानी के लिए जलशक्ति विभाग के जे ई की शिकायत करते हुए कहा कि जे ई का व्यवहार उनके प्रति गैर जिम्मेदाराना है जिस पर विधायक ने करवाई करने का आश्वासन दिया.लोगों ने इस सब के लिए खड्ड के किनारों पर अतिक्रमण को भी जिमेदार ठहराया जिस कारण खड्ड सिकुड़ गई है उस पर से विधायक ने अतिक्रमण हटवाने का आश्वासन दिया.
स्थानीय निवासीयों का कहना है कि प्रशासन को इसका स्थायी हल निकालना चाहिए. हर बार अस्थायी हल निकाल कर विभाग इस से इतिश्री कर लेता है. लोगों का कहना है कि पुलिया के स्पेन को चौड़ा किया जाए ताकि खड्ड अपने रूट पर आसानी से बह सके. वहीं विधायक रवि धीमान ने मौके पर पहुंचकर लोगों के गुस्से को शांत किया तथा कहा कि वह व प्रशासन समस्या का स्थाई समाधान करने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है तथा जब तक इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो जाता तब तक जेसीबी आदि मशीनें काम पर लगी रहेंगी.