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देश की पहली स्वास्थ्य मंत्री और हिमाचल से सांसद रहीं राजकुमारी अमृत कौर की जयंती
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1952 में मंडी से सांसद बनीं और पंडित नेहरू की कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्रालय संभाला
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स्वतंत्रता संग्राम की अग्रणी नेता, 1957 तक भारत की स्वास्थ्य मंत्री रहीं
India’s First Woman Minister: देश की पहली महिला स्वास्थ्य मंत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद रहीं राजकुमारी अमृत कौर की जयंती मनाई जा रही है। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली अमृत कौर का जन्म 2 फरवरी 1887 को हुआ था। उन्होंने भारत की आजादी के बाद 1947 में देश की पहली स्वास्थ्य मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला और 1957 तक इस पद पर रहीं।
राजकुमारी अमृत कौर का राजनीतिक जीवन भी उल्लेखनीय रहा। 1952 में हुए पहले आम चुनाव में उन्हें हिमाचल प्रदेश के मंडी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुना गया था। प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें अपनी कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी थी। वह स्वतंत्र भारत की पहली कैबिनेट में एकमात्र महिला मंत्री थीं। 1952 के चुनाव के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ और उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई।
स्वास्थ्य मंत्री के रूप में अमृत कौर ने एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) की स्थापना में अहम योगदान दिया। उन्होंने देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए कई नीतिगत सुधार किए। उनके प्रयासों से टीबी उन्मूलन, महिला एवं शिशु स्वास्थ्य, और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव आए।
राजकुमारी अमृत कौर न केवल एक राजनेता बल्कि एक समाज सुधारक भी थीं। महिलाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्य किए। 6 फरवरी 1964 को उनका निधन हो गया, लेकिन उनकी विरासत आज भी भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली और समाज सेवा में जीवित है।